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महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर बड़ा संकट आता दिख रहा है. (File)
Maharashtra political crisis: महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर बड़ा संकट आता दिख रहा है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार राज्य में शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे करीब 1 दर्जन विधायकों के साथ गुजरात चले गए हैं. इनमें शिवसेना के अलावा निर्दलीय और छोटी पार्टियों के विधायक भी हैं. माना जा रहा है कि शिवसेना में लगातार कद घटने से शिंदे नाराज चल रहे थे. ऐसी भी खबरें हैं कि शिंदे कल शाम से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का फोन नहीं उठा रहे हैं. इस बीच शिवसेना ने आज विधायक दल की बैठक बुलाई है.
MLC चुनाव में खींचतान के मिले थे संकेत
बता दें कि यह शिवसेना में यह खींचतान एमएलसी के चुनाव में ही दिख गई थी. जिसमें सत्ताधारी MVA के 6 में से एक कैंडिडेट को हार झेलनी पड़ी थी. जबकि पर्याप्त संख्या न होने के बाद भी बीजेपी ने 10 में से 5 सीटें जीत लीं. ऐसे में विधायकों के साथ शिंदे की अनुपस्थिति ने अटकलों को हवा दी है. सरकार पर संकट देखकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गठबंधन सरकार की इमरजेंसी बैठक बुलाई है.
शिंदे ठाणे के कोपरी पचपखाड़ी से 4 बार विधायक हैं और ठाकरे के बाद शिवसेना के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं. सभी के लिए स्वीकार्य माने जाने वाले शिंदे की शिवसेना में एक मजबूत फॉलोइंग है. 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद ठाकरे ने उन्हें महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता चुना था. बाद में शिवसेना ने भाजपा से हाथ मिलाया और शिंदे को मंत्री बनाया गया.
क्या कहना है शिवसेना का
शिवसेना नेता लीडर गोरहे ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि बताया जाता है कि शिंदे इस समय गुजरात में हैं. हम उसके ठिकाने के बारे में नहीं जानते, लेकिन मुझे यकीन है कि वह सामने आएंगे और अपना रुख स्पष्ट करेंगे. पार्टी के एक नेता ने कहा कि ,वह (शिंदे) सोमवार को विधानसभा परिसर में शिवसेना कार्यालय में थे जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वहां मौजूद थे. लेकिन उसके बाद उसके बारे में किसी को पता नहीं चला. वह मतगणना (एमएलसी चुनावों के लिए) के दौरान मौजूद नहीं थे.
शिवसेना के कौन-कौन से विधायक गुजरात हैं
सूत्रों के अनुसार शिंदे समेत शिवसेना के करीब एक दर्जन विधायक गुजरात में हें. इनमें शहाजी बापू पाटील, महेश शिंदे सातारा, भरत गोगावले, महेंद्र दळवी, महेश थोरवे, विश्वनाथ भोईर, संजय राठोड, संदीपान भुमरे, उदयसिंह राजपूत, संजय शिरसाठ, रमेश बोरणारे, प्रदीप जैस्वाल, अब्दुल सत्तार और तानाजी सावंत के नाम आ रहे हैं.
क्या गिर जाएगी महाराष्ट्र सरकार?
महाराष्ट्र में अगर शिवसेना के 15 विधायक बागी हुए, तो सरकार गिर सकती है. राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार को 153 विधायकों का समर्थन है. सरकार बनाने के लिए 144 विधायक चाहिए, क्योंकि 1 सीट वर्तमान में खाली है. अगर, शिवसेना में फूट होती है, तो बहुमत का आंकड़ा बिगड़ सकता है. बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद नवंबर 2019 में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे. उन्हें एनसीपी और कांग्रेस का समर्थन मिला था.
इस बीच एनसीपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मुलाकात की है. वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है. राष्ट्रपति कैंडिडेट को लेकर आज शरद पवार के दिल्ली आवास पर बैठक में वे शामिल होने वाले थे.