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दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंचा, पटाखों पर बैन का नहीं हुआ पालन

दिल्ली में दिवाली के एक दिन बाद रविवार को हवा की गुणवत्ता बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है.

दिल्ली में दिवाली के एक दिन बाद रविवार को हवा की गुणवत्ता बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है.

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pollution in delhi reaches severe category day after diwali people not obeyed crackers ban

दिल्ली में दिवाली के एक दिन बाद रविवार को हवा की गुणवत्ता बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है.

दिल्ली में दिवाली के एक दिन बाद रविवार को हवा की गुणवत्ता बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (DPCC) के डेटा के मुताबिक, आईटीओ और आनंद विहार क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) क्रमश: 461 और 478 रिकॉर्ड किया गया. पड़ोसी शहरों फरीदाबाद (438), गाजियाबाद (483), ग्रेटर नोएडा (439), गुड़गांव (424) और नोएडा (466) में AQI गंभीर श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया.

हल्की बारिश की भी संभावना

सुबह में राजधानी में धुंध की गहरी चादर छा गई जिससे विजीबिलिटी काफी कम हो गई. शाम में राजधानी में हल्की बारिश की संभावना है जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है. हवा की दिशा बदलकर दक्षिण पूर्व होने की उम्मीद है जिससे दिल्ली की हवा पराली जलने का असर कम होगा.

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PM 2.5 के लिए AQI पूसा में 460, पटपड़गंज में 475, लोधी रोड में 450, अशोक विहार में 491, जहांगीरपुरी में 500 और IGI एयरपोर्ट क्षेत्र में 442 रहा. 101 और 200 के बीच AQI को मध्य, 201-300 बुरा, 301- 400 बहुत बुरा और 401-500 गंभीर माना जाता है जबकि 500 से ज्यादा होने पर इसे गंभीर से भी ज्यादा माना जाएगा.

शनिवार रात को बहुत से दिल्लीवासियों ने पटाखों पर बैन को नजरअंदाज किया, AQI 414 पर आ गया, जो शहर में दिवाली पर 2016 के बाद सबसे खराब स्थिति है. शुक्रवार को यह गिरकर 339 पर बेहद बुरी श्रेणी में पहुंच गया था.

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पिछले साल के मुकाबले ज्यादा प्रदूषण

शहर में 24 घंटे का औसत पिछले साल की दिवाली पर AQI 337 और अगले दो दिनों में 368 और 400 रहा था. उसके बाद प्रदूषण का स्तर तीन दिन लगातार गंभीर श्रेणी में बना रहा. शुक्रवार को PM 2.5 में पराली जलाने की हिस्सेदारी भी शनिवार को बढ़कर 14 फीसदी से 32 फीसदी हो गई. यह पर्याप्त रफ्तार के साथ उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण हुआ.

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सभी तरह के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर 9 नवंबर की आधी रात से लेकर 30 नवंबर तक की आधी रात तक के लिए बैन लगा दिया था.

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