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कांग्रेस पार्टी में इन दिनों मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने वाले नामों को लेकर कई तरह की अटकलें सामने आने लगी हैं.
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कांग्रेस पार्टी में इन दिनों मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने वाले नामों को लेकर कई तरह की अटकलें सामने आने लगी हैं. इसी क्रम में अब एमपी से राज्यसभा के लिए कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी का नाम सामने आ रहा है. हालांकि इसके पीछे जहां प्रदेश स्तर पर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में मतभेद सामने आए हैं, वहीं इसके कई अन्य मायने भी निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस का यह दांव मध्य प्रदेश में वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को साइडलाइन लगाने के लिए भी हो सकता है. फिलहाल प्रियंका गांधी का नाम राज्यसभा के लिए आगे किया जाएगा या नहीं, इस बारे में कोई भी कुछ साफ कहने को तैयार नहीं हो रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस महज अटकलें बताया है.
प्रियंका के बहाने सिंधिया होंगे किनारे
माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने के सुझाव के पीछे ज्योतिरादित्य को साइडलाइन रखने की राजनीति है. बता दें कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में खेमेबाजी की खबर काफी पहले से आ रही है और 3 दिग्गज नेताओं कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय नाथ में पार्टी बंट गई है. तीनों के ही समर्थकों का बेस काफी बड़ा है.
खाली हो रही है 3 सीटें
मध्य प्रदेश में जल्द ही राज्यसभा के लिए 3 सीटें खाली हो रही हैं. माना जा रहा है कि इनमें से 2 सीटें कांग्रेस के पाले में जाएंगी, जबकि एक बीजेपी के. 3 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में हर प्रत्याशी को कम से कम 58 वोटों की जरूरत होगी. अभी कांग्रेस के 114 विधायक हैं तो भाजपा के 107. लेकिन कांग्रेस को 2 बसपा व 1 सपा विधायक सहित 4 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. यानी कुल 121 विधायकों का समर्थन. अभी इन सीटों पर दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया सदस्य हैं
सिंधिया या दिग्विजय
माना जा रहा है कि अगर एक सीट पर प्रियंका गांधी का नाम सामने आता है तो इस बात का विरोध वहां कोई नहीं करेगा. वहीं जो एक सीट और बचेगी, उसके लिए सिंधिया और दिग्विजय सिंह 2 बड़े उम्मीदवार हो सकते हैं. दोनों को ही लोकसभा चुनाव में हार मिली थी. अगर यसह स्थिति आती है तो दिग्विजय सिंह को वरिष्ठ होने का फायदा मिल सकता है. हालांकि ये सारी बातें अभी अटकलें दिख रही हैं. यह भी तय नहीं है कि प्रियंका यूपी छोड़कर मध्य प्रदेश जाएंगी या नहीं.