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Property Market: कर्ज महंगा होने के बाद भी घरों की बिक्री 9 साल के हाई पर, ऑफिस की मांग भी बढ़ी, क्‍या है मुख्‍य वजह?

Knight Frank का कहना है कि घर और ऑफिस की मांग में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य फैक्‍टर ऑफिस का फिर से खुलना और हायरिंग में इजाफा होना है.

Knight Frank का कहना है कि घर और ऑफिस की मांग में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य फैक्‍टर ऑफिस का फिर से खुलना और हायरिंग में इजाफा होना है.

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Sushil Tripathi
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Property Market: कर्ज महंगा होने के बाद भी घरों की बिक्री 9 साल के हाई पर, ऑफिस की मांग भी बढ़ी, क्‍या है मुख्‍य वजह?

Realty Sector: देश के प्रमुख 8 शहरों में हाउसिंग सेल्‍स 34 फीसदी बढ़कर 9 साल के टॉप लेवल पर है.

Housing Sales in India: कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरने से देश के प्रमुख 8 शहरों में हाउसिंग सेल्‍स 34 फीसदी बढ़कर 9 साल के टॉप लेवल पर पहुंच गई है. प्रॉपर्टी कंसल्टिंग कंपनी नाइट फ्रैंक Knight Frank ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. देश के टॉप 8 शहरों के प्रॉपर्टी मार्केट पर आधारित पिछले 6 महीनों की स्थिति पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है. रिपोर्ट के अनुसार मुंबई 85,169 यूनिट के साथ हाउसिंग सेल्‍स के मामले में टॉप पर रहा है. साथ ही ऑफिस स्‍पेस की मांग में भी जोरदार तेजी आई है.

प्रॉपर्टी मार्केट में क्‍यों आ रही है तेजी

घर और ऑफिस की मांग में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य फैक्‍टर ऑफिस का फिर से खुलना और हायरिंग में इजाफा होना था. हाउस ओनरशिप के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव, काम पर वापसी और हायरिंग में बढ़ोतरी के साथ ई-कॉमर्स के बढ़ने से भारत के रियल एस्टेट सेक्‍टर को फायदा पहुंचाया है. ग्रोथ की यह गति काफी हद तक जारी रहने की उम्मीद है.

ऑफिस स्‍पेस की मांग 36 फीसदी बढ़ी

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Knight Frank की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल कुल ऑफिस स्‍पेस की मांग 36 फीसदी बढ़कर 5.16 करोड़ वर्ग फुट रही. इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल टॉप 8 शहरों में हाउसिंग यूनिट की बिक्री 34 फीसदी बढ़कर 3,12,666 यूनिट हो गई. यह पिछले 9 साल का हाइएस्‍ट लेवल है. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की कीमत बढ़ने और हाउसिंग लोन पर ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद वर्ष 2022 में घरों की बिक्री बढ़ी है.

मुंबई में घरों की सबसे ज्‍यादा डिमांड

आंकड़ों के अनुसार, मुंबई 85,169 यूनिट के साथ हाउसिंग सेल्‍स के मामले में टॉप पर रहा. यह आंकड़ा साल 2021 की तुलना में 35 फीसदी अधिक है. वहीं दिल्ली-एनसीआर में हाउसिंग प्रॉपर्टीज की मांग 67 फीसदी बढ़कर 58,460 यूनिट हो गई, जबकि बेंगलुरु में मांग 40 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 53,363 यूनिट पर पहुंच गई. इस अवधि के दौरान पुणे में घरों की बिक्री 17 फीसदी बढ़कर 43,410 यूनिट रही. जबकि हैदराबाद में हाउसिंग प्रॉपर्टी की बिक्री 28 फीसदी बढ़कर 31,046 यूनिट हो गई.

चेन्नई में बिक्री 19 फीसदी और अहमदाबाद में 58 फीसदी बढ़कर 14,248 यूनिट और 14,062 यूनिट हो गई. पिछले साल के दौरान कोलकाता एकमात्र ऐसा शहर रहा जहां हाउसिंग सेल्‍स में गिरावट देखी गई. यहां सेल्‍स 10 फीसदी की गिरावट के साथ 12,909 यूनिट रहा.

ऑफिस की मांग में जबरदस्त सुधार

नाइट फ्रैंक इंडिया का कहना है कि जियो पॉलिटिकल चुनौतियों के बावजूद देश में ऑफिस की मांग में जबरदस्त सुधार हुआ है. पिछले साल के दौरान कार्यालय स्‍पेस की मांग के मामले में, बेंगलुरू 1.45 करोड़ वर्ग फुट के साथ सबसे आगे रहा. इसके बाद दिल्ली-एनसीआर ने 89 लाख वर्ग फुट के साथ दूसरे पर रहा. बैजल ने कहा कि हमने एक दशक से अधिक समय में पहली बार सभी प्रमुख रियल एस्टेट सेग्‍मेंट में एक साथ बढ़ोतरी देखी है. साल 2022 में हाउसिंग, ऑफिस, गोदाम एवं रिटेल रियल एस्टेट सभी सेग्‍मेंट में बिक्री बढ़ी है.

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