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तीन बार सांसद रहे बनवारीलाल पुरोहित इससे पहले तमिलनाडु और असम के राज्यपाल रह चुके हैं.
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपे गए पत्र में उन्होंने लिखा है कि व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक पद से अपना इस्तीफा देता हूं. राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने महामहिम से पत्र स्वीकार करने की गुजारिश की है.
नागपुर से तीन बार रहे हैं सांसद
तीन बार सांसद रहे बनवारीलाल पुरोहित इससे पहले तमिलनाडु और असम के राज्यपाल रह चुके हैं. नागपुर से दो बार कांग्रेस के टिकट पर और एक बार भाजपा के टिकट पर सासंद रहे हैं. इसके वह अलावा ‘द हितवाद’ के प्रबंध संपादक भी रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इसी शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल ने राष्ट्रपति और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी वह पंजाब के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक भी थे. साल अगस्त 2021 में बनवारी लाल पुरोहित ने पंजाब के 36वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी. उन्हें पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य जज रवि शंकर झा ने पंजाब राजभवन में शपथ दिलाई थी.
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पद पर रहते पंजाब की आप सरकार से कई मुद्दों पर मांगे थे स्पष्टीकरण
बनवारी लाल पुरोहित का पंजाब की भगवंत मान सरकार से कई मुद्दों को लेकर विवाद सामने आया था. इसमें अहम मुद्दा लंबित विधेयकों को मंजूरी देने में देरी को लेकर था. उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को कई पत्र लिखकर राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा था. 10 नवंबर, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब विधानसभा द्वारा पारित पांच विधेयकों को मंजूरी देने में देरी को लेकर राज्यपाल पुरोहित को सख्त निर्देश दिए थे. यह सुनवाई चीफ जस्टिस न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ कर रही थी.
(अपडेट जारी...)