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उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे. वहीं, गोवा में प्रमोद सावंत को मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है.
Uttarakhand and Goa CM: उत्तराखंड में भाजपा को लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटाने वाले पुष्कर सिंह धामी ही प्रदेश में अगली सरकार के मुखिया होंगे. वहीं, गोवा की बात करें तो यहां प्रमोद सावंत को दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है. सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा ने सोमवार को इन दोनों ही राज्यों के नए सीएम की घोषणा की. धामी बुधवार को राज्य के 11वें सीएम के तौर पर शपथ लेंगे. उत्तराखंड में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की देहरादून में पार्टी कार्यालय में मीटिंग हुई, जिसके बाद यह घोषणा की गई. पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सह-र्यवेक्षक और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया.
6 माह के कार्यकाल में धामी ने जीता दिल: सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले केवल छह माह के अपने कार्यकाल में धामी ने जनता के दिलों पर अपनी छाप छोडी जिसका परिणाम पार्टी को जीत के रूप में मिला. हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल की है और दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है. अपने नाम की घोषणा के बाद धामी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश की प्रगति के लिए काम करेंगे और उत्तराखंड को देश का सबसे अच्छा प्रदेश बनाएंगे.
गोवा में प्रमोद सावंत को फिर मिला मौका
गोवा की बात करें तो यहां भी प्रमोद सावंत को दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है. भाजपा ने सोमवार को इसकी घोषणा की. यहां सत्तारूढ़ पार्टी को महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है, जिनके सहयोग से भाजपा अपनी सरकार बनाने जा रही है. शाम को पणजी में नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए सावंत के नाम को मंजूरी दी गई. यह बैठक भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और एल मुरुगन, विधानसभा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और पार्टी की स्टेट यूनिट प्रेसिडेंट सदानंद शेट तनावडे की मौजूदगी में हुई.
14 फरवरी को हुए चुनाव में भाजपा ने 40 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटें जीती और बहुमत से सिर्फ सीट पीछे रह गई. भाजपा को MJP के दो विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है.
(इनपुट-पीटीआई)