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राहुल गांधी ने एक वीडियो सीरीज की शुरुआत की है. इसका पहला वीडियो सोमवार को जारी किया गया. (Image: Rahul Gandhi Tweet video)
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Rahul Gandhi Arthvyavastha ki Baat: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार ने देश के असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है और यह गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है. राहुल गांधी ने एक वीडियो सीरीज की शुरुआत की है. इसका पहला वीडियो सोमवार को जारी किया गया. गांधी का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है.
2008 की मंदी का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब पूरी दुनिया खासकर अमेरिका, यूरोप, जापान में भारी मंदी थी. वहां बैंक बंद हो रहे थे, कंपनियां बंद हो रही थी. लेकिन हिंदुस्तान को कुछ नहीं हुआ, इसकी वजह यह थी कि यहां की असंगठित क्षेत्र मजबूत था. उस समय यूपीए की सरकार थी. उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी बातचीत का उल्लेख करते हुए गांधी ने कहा, ''मनमोहन सिंह जी ने बताया था कि जिस दिन तक हिंदुस्तान की असंठित अर्थव्यवस्था मजबूत रहेगी, उस दिन तक मंदी इसे छू भी नहीं सकती है.''
जो आर्थिक त्रासदी देश झेल रहा है उस दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई की आज पुष्टि हो जाएगी: भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है।
‘असत्याग्रही’ इसका दोष ईश्वर को दे रहे हैं।
सच जानने के लिए मेरा वीडियो देखें। pic.twitter.com/sDNV6Fwqut
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
नोटबंदी, GST और लॉकडाउन के जरिए आक्रमण
राहुल गांधी ने कहा कि बीते 6 साल में बीजेपी की सरकार ने असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है. इसके तीन बड़े उदाहरण- नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन है. इन तीनों का लक्ष्य हमारे इन्फॉर्मल सेक्टर को खत्म करना है. लॉकडाउन एक सोची समझी साजिश है. अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार, असंगठित क्षेत्र के 40 करोड़ मजदूर घोर गरीबी के संकट में फंस सकते हैं. सेंटर फार मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (SMIE) के अनुसार, बीते 4 महीने में 2 करोड़ लोगों ने नौकरियां गवाई हैं.
मीडिया- मार्केटिंग से चल रही सरकार
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी पर आरोप लगाया, ''प्रधानमंत्री को सरकार चलाने के लिए मीडिया और मार्केटिंग की जरूरत है. मीडिया-मार्केटिंग 15-20 लोग करते हैं. इन्फॉर्मल सेक्टर में पैसा है लाखों-करोड़ों में, जिसको ये लोग छू नहीं सकते हैं. इसको लेकर ये लोग तोड़ना चाहते हैं. इसका नतीजा ये होगा कि हिंदुस्तान रोजगार पैदा नहीं कर पाएगा. क्योंकि, असंगठित क्षेत्र 90 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है.''
उन्होंने कहा, ''जिस दिन ये असंगठित क्षेत्र खत्म हो जाएगा, उस दिन हिंदुस्तान रोजगार पैदा नहीं कर पाएगा. आप ही देश को चलते हो, आगे ले जाते हो और आपके खिलाफ ही साजिश हो रही है. आपको ठगा जा रहा है और आपको गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है.''
बता दें, नीति आयोग के अनुसार, जीडीपी में असंगठित और संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी 50-50 फीसदी है. आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 के अनुसार, भारत की मानव श्रम शक्ति में 90 फीसदी हिस्सेदारी असंगठित क्षेत्र की और 10 फीसदी संगठित क्षेत्र की है.