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Rahul Gandhi to launch Bharat Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी नए साल में भारत न्याय यात्रा पर निकलने वाले हैं. उनकी यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होकर 20 मार्च 2023 को मुंबई में खत्म होगी. (ANI Photo)
Rahul Gandhi to launch Bharat Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर देश के एक छोर से दूसरे छोर की मैराथन यात्रा पर निकलने वाले हैं. इस बार वे मणिपुर से शुरुआत करके मुंबई तक जाएंगे. इस यात्रा को कांग्रेस ने भारत न्याय यात्रा (Bharat Nyay Yatra) का नाम दिया है, जो 14 जनवरी से 20 मार्च 2023 तक चलेगी. कांग्रेस नेता की इस 6,200 किलोमीटर लंबी यात्रा को 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. राहुल गांधी इससे पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक की करीब 4000 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा पूरी कर चुके हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस को दक्षिण भारत में फायदा होने की बात कही जाती है.
14 राज्यों के 85 जिलों से होकर गुजरेंगे राहुल गांधी
भारत न्याय यात्रा निकालने के फैसले का एलान करते हुए कांग्रेस सांसद और महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी से देश के पूरब से पश्चिमी इलाके तक की यात्रा निकालने का आग्रह किया गया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. उनकी यह भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होकर मुंबई में खत्म होगी." उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी देश के 14 राज्यों के 85 जिलों से होकर गुजरेंगे. मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र पहुंचने वाली इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी करीब 6200 किलोमीटर का सफर तय करेंगे.
यात्रा का मकसद आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय : कांग्रेस
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल के साथ मौजूद रहे कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कांग्रेस के ताजा फैसले की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए लिखा है, "भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत न्याय यात्रा' निकालने वाली है....भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन मुद्दे उठाए थे. उन्होंने आर्थिक विषमता के मुद्दे को उठाया था, सामाजिक ध्रुवीकरण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी और राजनीतिक तानाशाही —जो आज देश की हक़ीक़त बन गई है—उसके बारे में लोगों को अवगत कराया था. वह यात्रा मन की बात करने के लिए नहीं बल्कि जनता की चिंता थी. राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान लोगों की समस्याओं को सुना था. अब शुरू होने जा रही भारत न्याय यात्रा — आर्थिक न्याय के लिए, सामाजिक न्याय के लिए और राजनीतिक न्याय के लिए है. इसका उद्देश्य लोकतंत्र को बचाना है, संविधान को बचाना है, और महंगाई और बेरोज़गारी से जो करोड़ों पीड़ित परिवार हैं उनमें उज्जवल भविष्य का भरोसा जगाना है. पहले भारत जोड़ो यात्रा भारत को जोड़ने के लिए निकाली गई थी. अब भारत न्याय यात्रा लोगों को कांग्रेस पार्टी की ओर से, राहुल गांधी की ओर से यह आश्वासन देने के लिए है कि आम लोगों को आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय पूर्ण रूप से उपलब्ध हो इसके लिए कांग्रेस पार्टी वचनबद्ध है."
भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी @RahulGandhi के नेतृत्व में 'भारत न्याय यात्रा' निकालने वाली है। 14 जनवरी से लेकर 20 मार्च तक 6200 किलोमीटर लंबी भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों के 85 ज़िलों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार,…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 27, 2023
भारत जोड़ो यात्रा से दक्षिण भारत में कांग्रेस को हुआ फायदा
2022 में शुरू हुई राहुल गांधी (Rahul-Gandhi) की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की करीब 4000 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat-Jodo-Yatra) काफी लोकप्रिय रही है. दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को धूल चटाकर जो जबरदस्त जीत हासिल की, उसका श्रेय भी इस यात्रा को दिया जाता है. इतना ही नहीं, 2023 में तेलंगाना के विधानसभा चुनाव के दौरान ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के पीछे भी राहुल गांधी की इस यात्रा का असर बताया जाता है. राहुल अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 23 अक्टूबर से 7 नवंबर 2022 के दरम्यान तेलंगाना के 14 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरे थे. इनमें से 12 सीटें कांग्रेस (Congress) ने इस साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भारत राष्ट्र समिति (BRS) से छीन लीं. ऐसे में सबके मन में यह सवाल जरूर होगा कि क्या मणिपुर से मुंबई की भारत न्याय यात्रा भी लोकप्रियता का वह मुकाम हासिल कर पाएगी, जो भारत जोड़ो यात्रा ने हासिल किया था.