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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान की कड़ी आलोचना की है, जिसमें उन्होंने मणिपुर की वारदात की निंदा करते समय दोनों कांग्रेस शासित राज्यों को भी कानून-व्यवस्था संभालने की हिदायत दी है. (File Photo : Indian Express)
Rajasthan CM Ashok Gehlot and Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel react to PM Modi's statement on Manipur: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने की शर्मनाक घटना के ढाई महीने बाद अपनी 'पीड़ा' और 'क्रोध' का इजहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारों को नसीहत दी, उस पर दोनों कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कड़ा एतराज जाहिर किया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर की घटना की तुलना उनके राज्य से करके छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की कोशिश की है, जबकि मणिपुर में उनकी डबल इंजन सरकार फेल हो चुकी है. वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के बयान का जिक्र किए बिना ही जवाबी हमला करते हुए कहा कि उनके राज्य में लोग पूछते हैं कि भाजपा की सरकारों से कानून-व्यवस्था क्यों नहीं संभलती?
मणिपुर में 4 मई को हुई शर्मनाक वारदात
दरअसल, मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने और उनका यौन उत्पीड़न करने का एक दिल दहलाने वाला शर्मनाक वीडियो बुधवार से वायरल हो रहा है. यह वीडियो 4 मई की वारदात का बताया जा रहा है, जिस पर एफआईआर 18 मई को दर्ज की गई थी, लेकिन कार्रवाई की शुरुआत वीडियो के वायरल होने पर देश भर में लोगों का गुस्सा सामने आने और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस द्वारा इसका संज्ञान लिए जाने के बाद हुई है.
पीएम मोदी ने मणिपुर के साथ किया राजस्थान, छत्तीसगढ़ का जिक्र
पीएम मोदी ने भी मानसूत्र सत्र शुरू होने से ठीक पहले संसद के बाहर मीडिया के कैमरों के सामने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए पहली बार मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ी. हालांकि उन्होंने मणिपुर में करीब ढाई महीने से जारी हिंसा के पूरे मामले पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन मणिपुर के वायरल वीडियो पर नाराजगी का इजहार जरूर किया. ऐसा करते हुए भी वे राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेसी सरकारों को कानून व्यवस्था का पाठ पढ़ाना नहीं भूले.
मुख्यमंत्री गहलोत का पलटवार
संसद के बाहर दिए गए पीएम मोदी के इस बयान के कुछ ही देर बाद अशोक गहलोत ने ट्विटर के जरिए तीखा पलटवार कर दिया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है. जोधपुर में भयानक गैंग रेप के बाद तीन आरोपियों को महज दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं भाजपा को मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए.
अपराध पर जवाब देने का समय-
कांग्रेस का - दो घण्टा
भाजपा का- 77 दिन"
हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 20, 2023
जोधपुर में भयानक गैंग रेप के बाद तीन आरोपियों को महज दो घण्टे में गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं भाजपा को मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए।
अपराध पर जवाब देने का समय-
कांग्रेस…
भाजपा को कानून व्यवस्था चलाना क्यों नहीं आता : गहलोत
इससे पहले किए एक और ट्वीट में गहलोत ने कहा, "अत्यंत दुख की बात है कि मणिपुर में हिंसा बंद होने का नाम नहीं ले रही। इससे पूरा देश चिंतित है. भाजपा की लापरवाही की वजह से मणिपुर में अभी तक 142 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. मणिपुर को देख कर राजस्थान में लोग पूछ रहे हैं कि भाजपा की सरकारों को कानून व्यवस्था चलाना क्यों नहीं आता?"
छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की कोशिश : बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर की कानून-व्यवस्था से हमारी तुलना करके छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की कोशिश की है. बघेल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “मणिपुर पिछले तीन महीने से जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री जी ने एक बार भी इसके बारे में नहीं कहा. पहली बार उन्होंने घटना के बारे में 36 सेकेंड तक बात की. मणिपुर के बारे में बोलने के बजाय उन्होंने छत्तीसगढ़ और राजस्थान को घसीट लिया. उन्हें मणिपुर की घटना के बारे में बोलना चाहिए था जिसके लिए पूरा देश चिंतित है.”
मणिपुर की घटना मानवता की आत्मा को झकझोर देने वाली घटना है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 20, 2023
देश के प्रधान के रूप में जब ऐसी घटना पर एक मजबूत स्टैंड लेना चाहिए तब भी प्रधानमंत्री जी को चुनाव प्रचार दिखाई दे रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यजनक है।
छत्तीसगढ़ को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास छत्तीसगढ़ की जनता बर्दाश्त नहीं… pic.twitter.com/Myzs6YEg6o
पीएम, गृहमंत्री ने अपनी यात्राओं के दौरान कुछ नहीं कहा : बघेल
भूपेश बघेल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने हाल ही में छत्तीसगढ़ का दौरा किया था और अपने राजनीतिक भाषण में उन्होंने छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था के बारे में कुछ नहीं कहा था. यहां तक कि कई बार छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुके गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने भाषणों में कभी राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति का जिक्र नहीं किया. अचानक, आज प्रधानमंत्री ने मणिपुर की तुलना राजस्थान और छत्तीसगढ़ से की, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.” मुख्यमंत्री बघेल ने कहा “ छत्तीसगढ़ में मणिपुर जैसी कोई स्थिति नहीं है. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अदालत और अस्पताल में हुई हत्याओं या मध्य प्रदेश में आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं पर एक शब्द भी नहीं कहा.” बघेल ने कहा “पीएम मोदी विदेश दौरों और चुनाव प्रचार में व्यस्त रहते हैं. उनके पास मणिपुर जाने का समय नहीं था.”
पीएम मणिपुर के मुद्दे से भटकाना चाहते हैं : बघेल
बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कानून व्यवस्था की स्थिति को मणिपुर से जोड़कर आधारहीन आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री सिर्फ लोगों को मणिपुर के मुद्दे से भटकाना चाहते हैं. इसीलिए वे मणिपुर की तुलना ऐसे राज्य से कर रहे हैं जो शांतिपूर्ण है. मणिपुर में जो हो रहा है वह बिलकुल अलग है. उसकी तुलना छत्तीसगढ़ से नहीं की जा सकती. छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की यह कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण है."
सरकार कार्रवाई करे वरना हम एक्शन लेंगे : सुप्रीम कोर्ट
इन राजनीतिक बयानों से पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने वारयल वीडियो का खुद से संज्ञान लेकर केंद्र सरकार के दो सबसे बड़े कानूनी अधिकारियों अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल को बुलाया और उनसे कहा कि अगर सरकार ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई नहीं की, तो उन्हें एक्शन लेना पड़ेगा. उन्होंने मणिपुर के हालात पर गंभीर चिंता का इजहार भी किया.