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Rajasthan Assembly Election Polls 2023: राहुल गांधी ने जयपुर में कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी को भागीदारी देने का काम बिना जातिगत जनगणना के नहीं हो सकता. (ANI Photo)
Rajasthan Assembly Election 2023: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की वकालत करते हुए शनिवार को कहा कि देश के प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से डरते क्यों हैं? उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी को भागीदारी देने का काम बिना जातिगत जनगणना के नहीं हो सकता. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना के आंकड़े देश के सामने रखने चाहिए. जयपुर में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को ये बातें कही.
जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं प्रधानमंत्री?
लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण को आज ही लागू किया जा सकता है लेकिन केंद्र की भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा सरकार परिसीमन (Delimitation) और जनगणना का बहाना बनाकर इसे टालना चाहती है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि महिला आरक्षण आज ही लागू हो. जयपुर में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा ‘‘अगर हम ओबीसी की भागीदारी की बात करते हैं तो बिना जातिगत जनगणना के ऐसा नहीं किया जा सकता है. अगर प्रधानमंत्री 24 घंटे ओबीसी की बात करते हैं. उनके सम्मान की बात करते हैं, तो फिर जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं प्रधानमंत्री ?’’
कांग्रेस द्वारा कराई गई जातिगत जनगणना के आंकड़े देश के सामने रखिए: राहुल गांधी
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी अपने अगले भाषण में आप हिंदुस्तान को बता दीजिए कि कांग्रेस पार्टी ने जातिगत जनगणना करवाई थी और आंकड़े आपके पास हैं. उन आंकड़ों को देश के सामने रख दीजिए. जनता को दिखा दीजिए और अगली जनगणना आप जातिगत आधार पर कराएं. ओबीसी का अपमान मत कीजिए और उन्हें धोखा मत दीजिए.’’
किस समुदाय के कितने लोग हैं इसका जवाब सिर्फ जातिगत जनगणना से मिलेगा
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आप देखना कि नरेन्द्र मोदी जी आने वाले समय में अपने भाषण में ओबीसी जनगणना पर एक शब्द नहीं बोल पाएंगे. आपके सामने आंकड़े नहीं रख पाएंगे. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘शायद देश और ओबीसी वर्ग के लिए सबसे महत्वपूर्ण सवाल है कि इस देश में ओबीसी, दलित व आदिवासी कितने हैं किस समुदाय के कितने लोग हैं. इस सवाल का जवाब सिर्फ जातिगत जनगणना से मिल सकता है. जैसे ही मैंने संसद में जातिगत जनगणना की बात की तो भाजपा के नेता, मंत्री सब चिल्लाने लगे और मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की.’’
कांग्रेस नेता ने महिला आरक्षण को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के लोग कहते हैं कि महिला आरक्षण लागू करने से पहले नयी जनगणना और नए परिसीमन की जरूरत है. यह सच नहीं है. महिला आरक्षण को लागू करने के लिए, विधानसभा और लोकसभा की 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं को आज ही जा सकती हैं. मगर इन्होंने बहाना बनाया है. ये चाहते हैं कि महिला आरक्षण दस साल में लागू हो.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण आज ही लागू हो और ओबीसी महिलाओं को महिला आरक्षण का फायदा मिले.’’ उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण संबंधी विधेयक का हमने पूरा समर्थन किया है. राजीव गांधी जी पंचायती राज में महिला आरक्षण लाए थे. राहुल ने कहा कि देश में भाजपा व कांग्रेस पार्टी में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. रणथंबोर का जिक्र करते हुए उन्होंने सामने बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘यहां मैंने देखा है कि हजारों शेर एक साथ शांति से बैठे हैं. कोई नफरत का बाजार नहीं है मोहब्बत की दुकान है. कोई अहंकार और नफरत नहीं है... मोहब्बत है, इज्जत है, प्यार है. ये फर्क है... भाजपा और कांग्रेस पार्टी में विचारधारा में है.’’
राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने जाने की चर्चा करते हुए राहुल ने भाजपा नेताओं पर कटाक्ष कर कहा कि संसद में अंग्रेजी के विरोध में भाषण देने वाले भाजपा नेताओं के बच्चे अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ते हैं. राहुल ने अपने संबोधन में राज्य सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, 500 रुपए में गैस सिलेंडर, किसानों की कर्जमाफी सहित अनेक पहलों का जिक्र किया और कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार ने आपसे झूठे वादे नहीं किए. कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य नेता मौजूद रहे. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.