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Ratan Tata Died at 86 : टाटा ग्रुप को नई बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा नमक व चाय से लेकर कार और आईटी कारोबार में धाक जमाई. (Reuters)
Ratan Tata Died : करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे रतन टाटा (Ratan Tata) अब नहीं रहे. 86 साल के रतन टाटा ने 9 अक्टूबर 2024 को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. वह पिछल कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. उनके निधन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू सहित देश के बड़े राजनेताओं, बड़े कारोबारियों, फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों सहित देश और विदेश से लोगों ने दुख जताया है. टाटा ग्रुप को नई बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा नमक से लेकर कार तक, साफ्टवेयर से लेकर जहाज तक का कारोबार किया. उनके जीवन से जुड़े कई दिलचस्प घटनाएं हैं, जिसका जिक्र हमने यहां किया है.
देश के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
रतन टाटा को राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए भारत के 2 सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किया जा चुका है.
दादी ने किया था रतन टाटा का पालन-पोषण
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता का नाम नवल टाटा और माता का नाम सूनी रतन टाटा था. टाटा ग्रुप के फाउंडर जमशेदजी टाटा, रतन टाटा के परदादा थे. रतन टाटा जब 10 साल के थे, तो उनके माता-पिता 1948 में किसी वजह से अलग हो गए. ऐसे समय में उनका पालन-पोषण उनकी दादी रतनजी टाटा की पत्नी नवाजबाई टाटा ने किया था.
रतन टाटा का करियर
रतन टाटा ने कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, मुंबई और बिशप कॉटन स्कूल शिमला में पढ़ाई की. फिर वह पढ़ाई पूरी करने के लिए हार्वर्ड बिजनेस स्कूल चले गए. उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की डिग्री 1959 में हासिल की थी. भारत आकर उन्होंने आईबीएम में नौकरी की.
अधूरी रह गई प्रेम कहानियां
रतन टाटा ने जिंदगी में सबकुछ हासिल किया. लेकिन उनकी प्रेम कहानियां अधूरी रह गईं. उनको पहला प्यार अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हुआ था. रतन टाटा उस लड़की से शादी करने का मन बना चुके थे. लेकिन अचानक से उनकी दादाी की तबियत खराब हुई तो उन्हें भारत लौटना पड़ा. वह चाहते थे कि जिसके साथ शादी करना चाहते हैं, वह भी उनके साथ भारत आए. लेकिन 1962 की भारत-चीन लड़ाई के चलते वह लड़की भारत नहीं आई. इसके चलते उनका रिश्ता आगे नहीं बढ़ सका. रतन टाटा ने इस बात का जिक्र खुद एक कार्यक्रम में किया था.
एक्ट्रेस से भी जुड़ा था नाम
उनके बारे में अक्सर कहा जाता है कि उन्हें एक बार नहीं, बल्कि 4 बार प्यार हुआ था. लेकिन चारों बार उनका प्यार अधूरा रह गया और वह पूरी जिंदीग सिंगल ही रहे. उनका विवाह नहीं हुआ था. रतन टाटा का नाम एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल के साथ भी जुड़ा था, जिसका खुलासा खुद एक्ट्रेस ने किया था. सिमी ने आगे दावा किया कि दोनों शादी करना चाहते थे जो किसी वजह से संभव नहीं हो पाया.
टाटा ग्रुप की संभाली कमान
रतन टाटा ने साल 1991 में टाटा ग्रुप की कमान संभाली थी. साल 1996 में उन्होंने टाटा टेली-सर्विसेज की स्थापना की और 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को सार्वजनिक रूप से लिस्ट करवाया, जो कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ. ग्रुप में टाटा मोटर्स जैसी दिग्गज कंपनी भी है. यह ग्रुप नमक और चाय से लेकर आईटी और आटो कारोबार में है.
भारत में पूरी तरह से बनी कार
रतन टाटा ने भारत में पहली बार पूरी तरह बनी कार टाटा इंडिका का प्रोडक्शन शुरू किया. भारत में 100 फीसदी बनी इस कार को पहली बार साल 1998 में ऑटो एक्सपो और जेनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में प्रदर्शित किया गया था. रतन टाटा के नाम दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो बनाने की भी उपलब्धि है.
टाटा ग्रुप के प्रमुख अधिग्रहण
- 2000 में टाटा टी द्वारा 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर में टेटली का अधिग्रहण
- 2007 में टाटा स्टील द्वारा 6.2 बिलियन पाउंड में कोरस का अधिग्रहण
- 2008 में टाटा मोटर्स द्वारा 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर में जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण