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RBI ने कहा कि नोवल वायरस कोरोना के चलते दुनिया की ग्रोथ में गिरावट आ सकती है.
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ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) इन्वेस्टर्स सर्विस ने कैलेंडर वर्ष 2020 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP) के अपने पहले के अनुमान को घटा कर 2.5 फीसदी कर दिया है. पहले उसने इसके 5.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. कारोना वायरस और उसके चलते देश दुनिया में आवागमन पर रोक के मद्देनजर आर्थिक लगत बढ़ी और इसी वहज से देश की वृद्धि दर घटने का अनुमान है. वर्ष 2019 में GDP वृद्धि दर 5 फीसदी रहने का आकलन है. दूसरी ओर, भारत के केंद्रीय बैंक RBI ने समय से पहले अपनी मौद्रिक पॉलिसी का एलान करते हुए ब्याज दरों में भारी कटौती की, लेकिन विकास दर और महंगाई दर पर कोई अनुमान नहीं दिया.
मूडीज ने कहा है कि अनुमानित वृद्धि दर के हिसाब से भारत में 2020 में आय में तेज गिरावट हो सकती है. इससे 2021 में घरेलू मांग और आर्थिक स्थिति में सुधार की दर पहले से अधिक प्रभावित हो सकती है. एजेंसी ने कहा है, ‘‘भारत में बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के पास नकद धन की भारी कमी के चलते भारत में कर्ज हासिल करने को लेकर पहले से ही बड़ी बाधा चल रही है.’’
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RBI ने ग्रोथ, महंगाई पर नहीं दिया अनुमान
रिजर्व बैंक ने भी शुक्रवार को मौद्रिक नीति का एलान करते हुए महंगाई दर और विकास दर को लेकर कोई अनुमान नहीं जताया है. रिजर्व बैंक ने कहा कि ये दोनों आंकड़े दुनिया में COVID-19 कितना फैलता और इसका असर कितने समय तक रहता है, इस पर निर्भर करेंगे.
पॉलिसी का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौजूदा अनिश्चितता के दौर में गोथ और महंगाई दर को लेकर कोई अनुमान नहीं लगाया गया है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 4.7 फीसदी की ग्रोथ और पूरे वित्त वर्ष में 5 फीसदी की विकास दर पर खतरा है.
Input: PTI