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रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी कुछ ही देर में ब्याज दरों के बारे में एलान करने जा रही है. (file)
RBI Monetary Policy Update Today 8 April 2022: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज 8 अप्रैल 2022 को अपनी नई क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया है. सेंट्रल बैंक ने रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया. आरबीआई ने रेपो रेट 4% पर बरकरार रखा है. वहीं रिवर्स रेपो रेट (Reverse repo rate) भी 3.35 फीसदी पर बरकरार है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कमिटी ने पॉलिसी दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 4.25 फीसदी रहेगा. पॉलिसी का रुख ‘अकोमोडेटिव’ रखा गया है. केंद्रीय बैंक ने लगातार 11वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इससे पहले, रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था.
मॉनेटरी पॉलिसी बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लिक्विडिटी सुनिश्चित करने के लिए रिवर्स रेपो दर में बढ़ोतरी की गई. उन्होंने कहा कि आरबीआई लिक्विडिटी एडजस्टेड फैसिलिटी (LAF) कॉरिडोर को 50 बीपीएस पर रीस्टोर करेगा, जो यह प्रीकोविड था. RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि दरों को लेकर अकोमोडेटिव रुख बरकरार है. सभी सदस्यों की सहमति से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि आगे इसमें बदलाव के संकेत भी दिए हैं. सप्लाई चिंता को लेकर वैश्विक बाजारों में दबाव है. सप्लाई में बाधा से कमोडिटी बाजार में दबाव है.
FY23 में GDP ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाया है. रिजर्व बैंक वित्त वर्ष 2023 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. पहले RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. आरबीआई शक्तिकांत दास ने कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 16.2 फीसदी रहने का अनुमान है. दूसरी तिमाही में इसके 6.2 फीसदी रहने का अनुमान है. तीसरी तिमाही में 4.1 फीसदी और चौथी तिमाही में 4 फीसदी रहने का अनुमान है.
FY23 में महंगाई का अनुमान
RBI के अनुसार FY23 में CPI इनफ्लेशन 5.7 फीसदी रह सकता है. यह अप्रैल से जून 2022 में 6.3 फीसदी, जुलाई से सितंबर 2022 में 5 फीसदी और अकटूबर से दिसंबर 2022 में 5.4 फीसदी और मौजूदा वित्त वर्ष की मार्च यानी चौथी तिमाही में 5.1 फीसदी रह सकता है.
10 साल का बॉन्ड यील्ड
सरकार के 10 साल का बॉन्ड यील्ड जून 2019 के बाद पहली बार 7 फीसदी हो गया है. इसके पहले 13 जून को बॉन्ड यील्ड ने 7.007 फीसदी का हाई बनाया था.
क्या होता है रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट
रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI द्वारा बैंकों को कर्ज दिया जाता है. बैंक इसी कर्ज से ग्राहकों को लोन देते हैं. रेपो रेट कम होने का मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे. जबकि रिवर्स रेपो रेट इसके उलट होता है. रिवर्स रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंकों की ओर से जमा पर RBI से ब्याज मिलता है. रिवर्स रेपो रेट के जरिए बाजार में लिक्विडिटी कंट्रोल किया जाता है.
- 11:02 (IST) 08 Apr 2022FY23 में महंगाई का अनुमान
RBI के अनुसार FY23 में CPI इनफ्लेशन 5.7 फीसदी रह सकता है. यह अप्रैल से जून 2022 में 6.3 फीसदी, जुलाई से सितंबर 2022 में 5 फीसदी और अकटूबर से दिसंबर 2022 में 5.4 फीसदी और मौजूदा वित्त वर्ष की मार्च यानी चौथी तिमाही में 5.1 फीसदी रह सकता है.
- 10:59 (IST) 08 Apr 202210 साल का बॉन्ड यील्ड
सरकार के 10 साल का बॉन्ड यील्ड जून 2019 के बाद पहली बार 7 फीसदी हो गया है. इसके पहले 13 जून को बॉन्ड यील्ड ने 7.007 फीसदी का हाई बनाया था.
- 10:51 (IST) 08 Apr 2022अकोमोडेटिव रुख पर सभी सदस्य सहमत
RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि दरों को लेकर अकोमोडेटिव रुख बरकरार है. सभी सदस्यों की सहमति से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि आगे इसमें बदलाव के संकेत भी दिए हैं. सप्लाई चिंता को लेकर वैश्विक बाजारों में दबाव है. सप्लाई में बाधा से कमोडिटी बाजार में दबाव है.
- 10:49 (IST) 08 Apr 2022लिक्विडिटी सुनिश्चित करने के उपाय
मॉनेटरी पॉलिसी बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लिक्विडिटी सुनिश्चित करने के लिए रिवर्स रेपो दर में बढ़ोतरी की गई. उन्होंने कहा कि आरबीआई लिक्विडिटी एडजस्टेड फैसिलिटी (LAF) कॉरिडोर को 50 बीपीएस पर रीसटोर करेगा, जो यह प्रीकोविड था.
- 10:17 (IST) 08 Apr 2022अगली मीटिंग 6 जून से 8 जून
फरवरी में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 6.07 फीसदी पहुंच गई थी जो एक महीना पहले जनवरी में 6.01 फीसदी थी. RBI का टारगेट महंगाई दर को 4 फीसदी से 6 फीसदी के बीच में रखने का है. फिस्कल ईयर 2023 में RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 6 बार होगी. अगली बैठक 6 जून से 8 जून को होने वाली है.
- 10:17 (IST) 08 Apr 2022लगातार 11वीं बार नहीं बदलीं दरें
RBI ने पिछली 11 बैठक से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. आखिरी बार रेट कट मई 2020 में किया गया था. पिछली मीटिंग के एलान 10 फरवरी 2022 को हुए थे, जिसमें दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था.
- 10:16 (IST) 08 Apr 2022हर 2 महीने पर रिव्यू
रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी हर 2 महीने पर पॉलिसी रिव्यू मीटिंग करती है. फिस्कल ईयर 2023 की यह पहली रिव्यू मीटिंग है जो 6 अप्रैल को शुरू हुई थी.