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क्या आगे और सस्ती होंगी होम लोन की दरें
क्या आगे और सस्ती होंगी होम लोन की दरेंइस साल फरवरी के बाद से रिजर्व बैंक आफ इंडिया (RBI) 3 बार ब्याज दरों में 25-25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती कर चुका है. इसके चलते कई सरकारी और निजी बैंकों ने भी दरों में कटौती की है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे भी कम से कम एक और रेट के संकेत दिए हैं. उनका कहना है कि सेंट्रल बैंक ने अपना स्टांस न्यूट्रल से बदलकर अकोमोडेटिव कर दिया है, जिससे आगे भी रेट कट की बड़ी उम्मीद है.
इकोनॉमिक डाटा पर निर्भर होगी पॉलिसी
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक शक्तिकांत दास का कहना है इकोनॉमिक ग्रोथ में अच्छी रिकवरी देखी गई है. अब आगे आने वाले इकोनॉमिक डाटा पर मॉनेटरी पॉलिसी डिपेंड है. डाटा बेहतर आने से आगे भी रेट कट की गुंजाइश बनी रहेगी. सेंट्रल बैंक ने जून में अपना रुख अकोमोडेटिव कर दिया था, जो आगे पॉलिसी में नरमी का संकेत है. बता दें कि आरबीआई के स्टांस में बदलाव को लेकर एक्सपर्ट भी कह चुके हैं कि सेंट्रल बैंक को महंगाई से ज्यादा चिंता ग्रोथ को लेकर है, ऐसे में आगे भी रेट कट करता रह सकता है.
लिक्विडिटी पर भी नजर
दास का कहना है कि साथ साथ यह भी ध्यान रखा जाएगा कि बाजार में पया्रप्त लिक्विडिटी बनी रहे. साथ ही सुस्त पड़े डोमेस्टिक डिमांड को किस तरह से फिर बूस्ट मिले, इस पर भी नजर है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में फाइनेंशियल सेक्टर में लिक्विडिटी की कमी के चलते बाजार सेंटीमेंट पर असर पड़ा है. वहीं डोमेस्टिक डिमांड सुस्त रहने का भी असर कुछ सेक्टर्स पर देखा जा रह है.
मिल रहे हैं बेहतर संकेत
दास का कहना है कि शुरू में सुस्त रहने के बाद मॉनसून में सुधार हुआ है. इंटरनेशनल स्तर पर क्रूड की कीमतें स्थिर हैं. रुपये में मजबूती आई है. यह मजबूत संकेत हैं. उनका कहना है कि डोमेस्टिक लेवल पर सुस्त कंजम्पशन है, लेकिन इसमें धीरे धीरे सुधार हो रहा है. आगे मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है.
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