/financial-express-hindi/media/post_banners/Vj7Go39lJg4iSQb5mVOR.jpg)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी का एलान किया है.
RBI Governor LIVE: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी का एलान किया है. इसके चलते अब रेपो रेट 4% से बढ़कर 4.40% हो गया है. मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की अचानक हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज इसकी घोषणा की. आरबीआई का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में महंगाई चरम पर है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पिछले तीन महीनों से आरबीआई द्वारा तय सीमा से ऊपर है. सरकार ने रिजर्व बैंक को महंगाई दर 2 से 6 फीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया हुआ है.
कंज्यूमर प्राइस पर आधारित खुदरा महंगाई दर मार्च में बढ़कर 6.95 प्रतिशत हो गई है, जबकि मार्च महीने में WPI (होलसेल प्राइस इंडेक्स) इन्फ्लेशन 14.55 प्रतिशत था. इकॉनमिस्ट और मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा है कि केंद्रीय बैंक को आगामी जून की मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में दरों में 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जरूरत है.
- 15:46 (IST) 04 May 2022आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का बयान
India's external sector has remained resilient amidst formidable headwinds. Provisional data suggest that India's merchandise exports remain strong in April this year and services exports reached a new height in March 2022: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/5dJ0gQwfPk
— ANI (@ANI) May 4, 2022 - 15:28 (IST) 04 May 2022नीतिगत ब्याज दरों में करीब 2 साल बाद बदलाव
रिजर्व बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दरों में करीब दो साल बाद बदलाव किया है. इससे पहले RBI ने रेपो रेट या शॉर्ट टर्म लेंडिंग रेट में बदलाव करने का काम 22 मई 2020 को किया था. तब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए उसे 4 फीसदी के न्यूनतम स्तर पर ला दिया था.
- 15:21 (IST) 04 May 2022बैंक रेट, SDF, MSF की दरों में भी बदलाव
रिजर्व बैंक ने स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) की दर में भी बदलाव करते हुए इसे 4.15 फीसदी कर दिया है. इसके साथ ही मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) और बैंक रेट को बढ़ाकर 4.65 फीसदी कर दिया गया है.
- 15:20 (IST) 04 May 2022अगस्त, 2018 के बाद पहली बार नीतिगत दर में बढ़ोतरी
रिजर्व बैंक ने अगस्त, 2018 के बाद पहली बार नीतिगत दर में बढ़ोतरी की है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर छह प्रतिशत के दायरे से ऊपर बनी हुई है. अप्रैल महीने में भी इसके ऊंचे रहने की संभावना है. मार्च महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 6.9 प्रतिशत रही.
- 15:18 (IST) 04 May 2022CRR में भी 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक ने कैश रिज़र्व रेशियो (CRR) को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया है. यह वृद्धि 21 मई से प्रभावी होगी.बैठक में रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने सीआरआर बढ़ाये जाने की घोषणा की. सीआरआर का मतलब है बैंकों की वह रकम जो उन्हें कैश रिजर्व के तौर पर रिजर्व बैंक के पास अनिवार्य रूप से रखनी होती है.
- 15:16 (IST) 04 May 2022CRR में बढ़ोतरी से काफी कम होगी लिक्विडिटी
रिजर्व बैंक ने सीआरआर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का जो एलान किया है, उससे फाइनेंशियल सिस्टम में लिक्विडिटी काफी कम होने के आसार हैं. इससे लिक्विडिटी करीब 87 हजार करोड़ रुपये घट जाएगी.
- 15:16 (IST) 04 May 2022CRR में बढ़ोतरी से काफी कम होगी लिक्विडिटी
रिजर्व बैंक ने सीआरआर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का जो एलान किया है, उससे बाजार में लिक्विडिटी काफी कम होने के आसार हैं. इससे बाजार में लिक्विडिटी करीब 87 हजार करोड़ रुपये घट जाएगी.
- 15:16 (IST) 04 May 2022CRR में भी 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक ने कैश रिज़र्व रेश्यो (CRR) को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया है. यह वृद्धि 21 मई से प्रभावी होगी.बैठक में रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने सीआरआर बढ़ाये जाने की घोषणा की. सीआरआर से आशय बैंक की उस जमा से है, जिसे बैंकों को नकद रूप में केंद्रीय बैंक के पास रखने की जरूरत होती है.
- 15:14 (IST) 04 May 2022CRR में भी 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक ने कैश रिज़र्व रेशियो (CRR) को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया है. यह वृद्धि 21 मई से प्रभावी होगी.बैठक में रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने सीआरआर बढ़ाये जाने की घोषणा की. सीआरआर का मतलब है बैंकों की वह रकम जो उन्हें कैश रिजर्व के तौर पर रिजर्व बैंक के पास अनिवार्य रूप से रखनी होती है.
- 15:13 (IST) 04 May 2022CRR में बढ़ोतरी से काफी कम होगी लिक्विडिटी
रिजर्व बैंक ने सीआरआर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का जो एलान किया है, उससे फाइनेंशियल सिस्टम में लिक्विडिटी काफी कम होने के आसार हैं. इससे लिक्विडिटी करीब 87 हजार करोड़ रुपये घट जाएगी.
- 15:10 (IST) 04 May 2022आरबीआई एमपीसी मीटिंग शेड्यूल
इस सप्ताह अचानक हुई बैठक में दरों में बढ़ोतरी के बाद MPC के सदस्य 6-8 जून के बीच फिर से बैठक करेंगे.