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कोविड19 लॉकडाउन के आगे बढ़ने के चलते लोन EMI पर ​मोरेटोरियम अवधि और तीन माह के लिए आगे बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि लॉकडाउन की वजह से प्रभावित बैंक के कर्जधारक व्यक्तियों और इंडस्ट्री की मदद हो सके. सूत्रों के मुताबिक, RBI को लोन EMI मोरेटोरियम को आगे बढ़ाने को लेकर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन समेत विभिन्न तबकों से सुझाव मिले हैं. केन्द्रीय बैंक इस पर सक्रियता से विचार कर रहा है.
शनिवार को केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि दो सप्ताह और बढ़ाकर 17 मई 2020 तक कर दी. हालांकि इस बार के लॉकडाउन में कुछ छूट भी दी गई हैं, जो रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन्स के आधार पर भिन्न-भिन्न हैं.
31 मई के बाद भी कई लोग नहीं चुका पाएंगे कर्ज
लॉकडाउन के जारी रहने से लोगों की आय का फ्लो ​फिर से सुचारू नहीं हो पाया है. एक पब्लिक सेक्टर बैंक के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कई एंटि​टीज और व्यक्ति ईएमआई मॉरेटोरियम की मौजूदा 31 मई तक की अवधि के खत्म होने के बाद मौजूदा परिस्थिति में अपना कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं होंगे. इसलिए मॉरेटोरियम को और तीन माह तक बढ़ाया जाना केन्द्रीय बैंक का एक व्यावहारिक कदम होगा. यह कर्ज लेने वालों और बैंकों दोनों क लिए इस मुश्किल वक्त में मददगार रहेगा.
27 मार्च को घोषित किया था विकल्प
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 27 मार्च को बैंकों व वित्तीय संस्थानों को 1 मार्च 2020 तक बकाया सभी टर्म लोन्स के बॉरोअर्स को EMI के भुगतान पर 3 माह का मोरेटोरियम उपलब्ध कराने को कहा था. इस विकल्प में ग्राहक मार्च, अप्रैल और मई माह की अपनी EMI चाहें तो होल्ड कर सकते हैं. हालांकि EMI स्थगन के इन तीन महीनों की अवधि के दौरान ब्याज लगता रहेगा, जो बाद में एक्स्ट्रा EMI के तौर पर देना होगा. जो ग्राहक अपनी EMI होल्ड नहीं करना चाहते, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है. उनकी EMI वैसे ही कटती रहेगी, जैसे कट रही थी.
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