/financial-express-hindi/media/post_banners/UQVtBBJsx4srO6DIFjmw.jpg)
अगर आप बैंक से कर्ज लेने की प्लानिंग में हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. (File)
RBI Interest Rates Hike: अगर आप बैंक से कर्ज लेने की प्लानिंग में हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. आने वाले दिनों में बैंक से होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन लेना महंगा हो सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली 6 सदस्यीय मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की आज यानी सोमवार से 3 दिनों की मीटिंग शुरू हो रही है. एक्सपर्ट के मुताबिक मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो दर (Repo rate) में 0.40 फीसदी से 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है. बढ़ रही महंगाई को कंट्रोल करना सेंट्रल बैंक का लक्ष्य होगा. फिलहाल हाई इनफ्लेशन और जियो पॉलिटिकल परिस्थियों के बीच RBI की ये बैठक अहम मानी जा रही है.
पिछले महीने बढ़े थे रेट
इसके पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 4 मई को ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. जिसके बाद रेपो रेट बढ़कर 4.40 फीसदी हो गया. मई 2020 के बाद पॉलिसी रेपो रेट में यह पहली बढ़ोतरी थी. उसी समय गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगामी समीक्षा में दरों में बढ़ोतरी जारी रखने के संकेत दिए थे. पिछले महीने ऑफ-साइकिल मौद्रिक नीति समीक्षा में, केंद्रीय बैंक ने सीआरआर को भी 50 बेसिस प्वॉइंट बढ़ाकर 4 फीसदी कर दिया था. सीआरआर में 50 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी के साथ, आरबीआई ने सिस्टम से 87,000 करोड़ रुपए की लिक्विडिटी कम की थी.
ब्याज दरों में कितनी हो सकती है बढ़ोतरी
Kotak Mahindra AMC की CIO (डेट) & प्रोडक्ट हेड, लक्ष्मी अय्यर का कहना है कि ऑफ-साइकिल रेट हाइक ने RBI द्वारा दरों में बढ़ोतरी के निर्णय के फ्रंट लोडिंग की उम्मीदों को हवा दी है. वहीं महंगाई में फिलहाल गिरावट आने के अभी संकेत नहीं दिख रहे हैं. यूएस में भी रेट हाइक की उम्मीद है. ऐसे में जून पॉलिसी में रेट हाइक हो सकता है. उनका कहना है कि सेंट्रल बैंक इस समीक्षा बैठक के बाद ब्याज दर में 40-50bps की बढ़ोतरी कर सकता है. हालांकि रेट हाइक पर एग्रेसिव पॉलिसी को बॉन्ड मार्केट पहले से डिस्काउंट कर चुका है.
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का मानना है कि जून समीक्षा बैठक के बाद सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में 40-50bps की बढ़ोतरी कर सकता है. वहीं CRR में भी 25bps की बढ़ोतरी संभव है. ब्रोकरेज का कहना है कि FY23 तक रेपो रेट बढ़कर 6 फीसदी हो सकता है. यानी रेपो रेट में FY23 तक 100-125bps और CRR में 50bps की बढ़ोतरी होने की संभावना दिख रही है.
Kotak Mahindra Life Insurance Company के EVP & Debt Investments चर्चिल भट्ट का कहना है कि इनफ्लेशन अपने पीक पर है और अभी यह पीक खत्म होता भी नहीं दिख रहा. अगर सेंट्रल बैंक महंगाई कंट्रोल करने में विफल रहता है तो अर्थव्यवस्था के अस्थिर होने की आशंका है. इसलिए, महंगाई को कंट्रोल करने के लिए सेंट्रल बैंक नीतिगत दरों में 25-40bps की बढ़ोतरी कर सकता है.
महंगाई पीक पर
बता दें कि रिटेल इनफ्लेशन अप्रैल में लगातार 7वें महीने बढ़कर 8 साल के हाई 7.79 फीसदी पर पहुंच गई है. इसकी मुख्य वजह यूक्रेन-रूस युद्ध के चलते फ्यूल सहित कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी है. होलसेल इनफ्लेशन 13 महीने से डबल डिजिट में बनी हुई है और अप्रैल में यह 15.08 फीसदी के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई.