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Image: Reuters
DCGI ने भारत में दो कोविड19 वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. इनमें से एक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और दूसरी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड है. इस मंजूरी के मिलने के बाद देश में जल्द ही कोविड19 वैक्सीनेशन बड़े पैमाने पर शुरू होगा. इसके लिए सरकार ने तैयारियां पहले ही शुरू कर दी हैं, जो जोर शोर से जारी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय देश भर के 116 जिलों में 259 केंद्रों पर ड्राई रन शुरू कर चुका है ताकि कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर लॉजिस्टिक्स और ट्रेनिंग समेत गतिविधियों में लूपहोल का पता चल सके.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कह चुके हैं कि पहले चरण के तहत सबसे अधिक प्राथमिकता वाले लोगों को वैक्सीन फ्री में दी जाएगी. पहले चरण में 1 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स समेत कई अन्य लोगों को टीका लगेगा. जुलाई तक 27 करोड़ अन्य लोगों को भी इसके टीके लगाए जाएंगे जिनकी सूची तैयार की जा रही है. कोविड19 वैक्सिनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिसंबर में कुछ सवाल जवाबों की सूची जारी की थी. इसमें बताया गया था कि वैक्सिनेशन के लिए नागरिकों को किन डॉक्युमेंट की जरूरत पड़ने वाली है.
इनमें से कोई डॉक्युमेंट रखें तैयार
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- आधार कार्ड
- मनरेगा जॉब कार्ड
- श्रम मंत्रालय की स्कीम के तहत जारी हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड
- MPs/MLAs/MLC द्वारा जारी आधिकारिक आईडी कार्ड
- पासबुक
- पासपोर्ट
- पेंशन डॉक्युमेंट
- केन्द्र/राज्य सरकार/सरकारी कंपनियों/पब्लिक ​लिमिटेड कंपनियों के कर्मचारियों को जारी सर्विस आइडी कार्ड
- NPR के तहत RGI द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि फोटो आईडी रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ वैक्सीन लगने वाली जगह पर लाभार्थी के वेरिफिकेशन दोनों जगह जरूरी है.
सबसे पहले इन्हें लगेगा टीका
आरंभिक चरण में कोविड-19 के टीके स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले प्राथमिकता समूह को दिए जाएंगे. टीके की उपलब्धता के आधार पर 50 से ज्यादा उम्र वालों को भी इसकी खुराक दी जा सकती है. सरकार का कहना है कि 50 साल या इससे ज्यादा उम्र की आबादी की पहचान के लिए लोकसभा या विधानसभा चुनाव का ताजा मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा. चिन्हित लोगों को टीकाकरण और उसके समय के बारे में उनके मोबाइल नंबर पर सूचना दी जाएगी. स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीकाकरण के लिए क्यों चुना गया है इस पर मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता दे रही है कि उन्हें सबसे पहले टीके की खुराक मिले. मंत्रालय ने कहा कि 28 दिन के अंतराल पर टीके की दो खुराक लेने की आवश्यकता होगी. कैंसर, मधुमेह, हाइपरटेंशन आदि से जूझ रहे मरीज भी कोविड-19 के टीके की खुराक ले सकते हैं.
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कैसे होगा रजिस्ट्रेशन
सरकार ने कहा है कि वैक्सिनेशन के लिए रजिस्टर्ड हुए लाभार्थियों को ट्रैक करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म कोविड19 वैक्सिनेशन इंटेलीजेंस नेटवर्क (Co-WIN) का इस्तेमाल किया जाएगा. सरकार Co-WIN भी ला रही है. नागरिकों को Co-WIN वेबसाइट या ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके लिए फोटो आईडी और कुछ जरूरी डिटेल्स भरनी होंगी. यहां गौर करने वाली बात यह है कि वैक्सिनेशन वाली जगह पर तुरंत कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. वहां केवल पहले से रजिस्टर्ड लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाई जाएगी. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद पात्र लाभार्थियों को उनके मोबाइल नंबर पर SMS के जरिए सूचना दी जाएगी कि उन्हें किस जगह पर वैक्सीन लगेगी और उसकी तारीख व वक्त क्या है.
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वैक्सिनेशन सेंटर्स पर क्या होगी तैयारी
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Intricately designed vaccination centres
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) January 3, 2021
????Separate waiting, vaccinating & observation room
????5 member team to cater 100 beneficiaries
????Additional personnel for more beneficiaries
????Anaphylaxis kits to manage Adverse Events After Immunisation pic.twitter.com/CVq36IUsaT