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Republic Day History: गणतंत्र दिवस को हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है. इस दिन कर्तव्य पथ पर भव्य परेड होती है. (PTI)
गणतंत्र दिवस 2024: इतिहास, महत्व और उत्सव: लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार में शामिल गणतंत्र दिवस (Republic Day) को मनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. गणतंत्र दिवस को हर साल 26 जनवरी (26 January) को मनाया जाता है. इस दिन कर्तव्य पथ पर भव्य परेड होती है, जिसमें अलग अलग राज्यों की झांकियां निकाली जाती हैं. लोकतंत्र के इस खूबसूरत पर्व को देखने के लिए पूरे देश की निगाहें लगी रहती हैं. कुछ लोग टिकट खरीदकर इसे देखने जाते हैं तो करोड़ों लोग टेलीविजन पर लाइव टेलीकास्ट के जरिए देखते हैं. आपके मन में क्या ये सवाल आया है कि गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी के दिन ही क्यों मनाया जाता है. इसका क्या इतिहास और महत्व है. इसका क्या इतिहास है.
26 जनवरी को क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस
भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन 3 साल बाद 26 जनवरी, 1950 को संविधान को अपनाने के साथ भारत ने खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राज्य घोषित किया. इसी दिन को तब से गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. आखिर संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन क्यों चुना गया.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने दिसंबर 1929 में लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया था. जबकि 26 जनवरी, 1930 के दिन ही देश को पूर्ण स्वराज घोषित किया था. 26 जनवरी की तारीख के महत्व को बरकरार रखने के लिए इसी दिन साल 1950 में संविधान लागू किया गया, जिसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया.
कहां फहराया जाता है झंडा?
1950 में भारत को संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किए जाने के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाउस के दरबार हॉल में भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. इसके बाद उनके काफिले ने इरविन स्टेडियम तक 5 मील का रास्ता तय किया, जहां उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया. राष्ट्रपति ने झंडा फहराकर परेड की सलामी ली. इस दिन को बाद में राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया. संविधान को देखें तो राष्ट्रपति भारत सरकार का संवैधानिक प्रमुख होता है. इस वजह से गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा राजपथ पर तिरंगा फहराया जाता है.
15 अगस्त को तिरंगा ऊपर खींचा जाता है और इसके बाद फहराया जाता है. इसे ध्वजारोहण कहते हैं, जो लाल किले पर होता है. वहीं, गणतंत्र दिवस में राष्ट्रीय ध्वज ऊपर बंधा रहता है, जिसे कर्तव्यपथ पर फहराया जाता है.