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आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ता ही जा रहा है.
Retail Inflation in February: आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ता ही जा रहा है. खाने-पीने की चीजों के दाम में आई तेजी की वजह से फरवरी में खुदरा महंगाई आठ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. सोमवार को राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2022 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई दर 6.07 प्रतिशत रही, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 5.03 प्रतिशत रही थी. वहीं, जनवरी 2022 में यह 6.01 प्रतिशत थी.
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थोक महंगाई 13.11 फीसदी पर पहुंची
फरवरी में थोक कीमतों पर आधारित मंहगाई दर 13.11 फीसदी रही. यह लगातार 11वां महीना है जब थोक महंगाई दर दोहरे अंक में है. इसकी मुख्य वजह कच्चे तेल और गैर-फूड आइट्स की कीमतों में बढ़ोतरी रही.
आरबीआई द्वारा तय स्तर से ऊपर है खुदरा महंगाई
सरकार ने रिजर्व बैंक (RBI) को खुदरा महंगाई दर दो प्रतिशत के उतार-चढ़ाव के साथ चार फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है. लेकिन यह लगातार दूसरा महीना है, जब यह आरबीआई द्वारा तय स्तर से ऊपर है. आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी में रिटेल इन्फ्लेशन बढ़ने की मुख्य वजह फूड प्रोडक्ट्स की कीमतों में बढ़ोतरी रही. पिछले महीने फूड प्रोडक्ट्स की कीमतें 5.89 प्रतिशत बढ़ीं, जबकि जनवरी में यह 5.43 प्रतिशत बढ़ी थीं. भारतीय रिजर्व बैंक हर दो महीने पर अपनी मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यू के समय कंज्यूमर प्राइस पर आधारित महंगाई पर ही विचार करती है.
(इनपुट-पीटीआई)