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Rupee at all-time low : सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक से सबसे निचले भाव पर बंद हुआ. (Image: Pixabay)
Rupee hits all-time low of 83.29 against US Dollar : भारतीय करेंसी में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, जिसके चलते सोमवार को रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर आकर बंद हुआ. दरअसल डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला लगातार चौथे दिन देखने को मिला है. रिजर्व बैंक की कोशिशों के बावजूद सप्ताह के पहले दिन रुपये में गिरावट को रोका नहीं जा सका और यह 13 पैसे घटकर 83.29 पर बंद हुआ. इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार की सुबह 83.09 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान 83.09 से 83.30 के दायरे में ट्रेड करता रहा. अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 13 पैसे की गिरावट दिखाता है. शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे गिरकर 83.16 पर बंद हुआ था. इससे पहले अक्टूबर 2022 में भी रुपया दिन के कारोबार में गिरकर 83.29 पर आया था, लेकिन इस भाव पर बंद नहीं हुआ था.
रुपये में क्यों आ रही है गिरावट?
जानकारों का मानना है कि ग्लोबल मार्केट के बड़े खिलाड़ियों की रिस्क से बचने की रणनीति और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में आई इस गिरावट के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है. यही वजह है कि रिजर्व बैंक की तरफ से बड़े पैमाने पर डॉलर बेचने की रणनीति भी भारतीय करेंसी में गिरावट को रोक नहीं सकी. दुनिया की ज्यादातर दूसरी करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने का सिलसिला भी लगातार जारी है. फॉरेक्स ट्रेडर्स का मानना यह भी है कि घरेलू बाजार में इक्विटी निवेश के बारे में निवेशकों के सेंटीमेंट कमजोर पड़ने की वजह से भी भारतीय मुद्रा पर दबाव बढ़ा है. इसके अलावा वे फॉरेन फंड्स द्वारा देश से पैसे निकाले जाने और व्यापार घाटे (trade deficit) में बढ़ोतरी को भी रुपये में गिरावट के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं.
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क्या हैं भविष्य़ के संकेत
एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि आने वाले हफ्ते के दौरान कई विकसित देशों के साथ ही साथ उभरती अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंक भी पॉलिसी रेट तय करने के लिए बैठकें करने वाले हैं. इनकी वजह से बाजार में काफी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है. इन हालात में डॉलर पूरे हफ्ते मजबूत बना रहने के आसार हैं. इसके साथ ही परमार का यह भी मानना है कि निकट भविष्य (near term) में डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिल सकती है और एक डॉलर का भाव 83.50 से 83.70 तक जा सकता है. इस दौरान 83 के स्तर पर रुपये के लिए सपोर्ट भी देखने को मिल सकता है.
एक्सपोर्ट और विदेशी मुद्रा भंडार का ताजा हाल
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के महीने में भारत का कुल एक्सपोर्ट 34.48 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 6.86 फीसदी कम है. अगस्त 2022 में देश का कुल एक्सपोर्ट 37.02 अरब डॉलर रहा था. इसी दौरान देश के इंपोर्ट में 5.23 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह अगस्त 2022 के 61.88 अरब डॉलर से घटकर अगस्त 2023 में 58.64 अरब डॉलर रह गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 8 सितंबर 2023 को खत्म सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.992 अरब डॉलर घटकर 593.904 अरब डॉलर रह गया. इसके पिछले सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 598.897 अरब डॉलर रहा था.