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जियो पॉलिटिकल टेंशन ने भी रियल एस्टेट सेक्टर के सेंटीमेंट पर असर डाला है.
Rate Hike Impact on Realty Sector: रियल एस्टेट कंपनियां, निवेशक और वित्तीय संस्थान अगले छह महीनों में रियल्टी सेक्टर में ग्रोथ को लेकर पॉजिटिव हैं. हालांकि, ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी और ग्लोबल मंदी की आशंकाओं के कारण सेंटीमेंट में नरमी आई है. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक और रियल्टी कंपनियों के निकाय नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) ने गुरूवार को 2022 की तीसरी तिमाही के लिए रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स रिपोर्ट जारी की है.
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के चलते वर्तमान सेंटीमेंट स्कोर अप्रैल-जून, 2022 के 62 से जुलाई-सितंबर, 2022 में मामूली रूप से घटकर 61 हो गया है. सेंटीमेंट इंडेक्स कंपनियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों जैसे सप्लाई साइड स्टेकहोल्डर्स के सर्वेक्षण पर आधारित है.
किस स्कोर का क्या है मतलब
इंडेक्स में 50 से ऊपर का स्कोर 'आशावाद' को दर्शाता है, जबकि 50 के स्कोर का मतलब है कि भावना 'समान' या 'स्थिर' है. वहीं 50 से नीचे का स्कोर 'निराशावाद' को दर्शाता है.
जियो पॉलिटिकल रिस्क का भी असर
नाइट फ्रैंक ने बयान में कहा कि वर्तमान सेंटीमेंट इंडेक्स का स्कोर मुख्य रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण जियो पॉलिटिकल रिस्क की वजह से कम हो गया है. हालांकि, इसमें मामूली गिरावट आई है, यह अभी भी सकारात्मक बना हुआ है. क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट सेक्टश्र का सेंटीमेंट अबतक मजबूत बना हुआ है.
फ्यूचर सेंटीमेंट स्कोर घटकर 57 पर
फ्यूचर सेंटीमेंट स्कोर, जो अगले 6 महीनों में रियल एस्टेट सेक्टर के लिए स्टेकहोल्डर्स की धारणाओं को मापता है, 2022 की दूसरी तिमाही में 62 से घटकर 2022 की तीसरी तिमाही में 57 हो गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में महंगाई दर ऊंची बनी हुई है, कड़े मॉनेटरी पॉलिसी और एक एडजस्टेड इकोनॉमिक ग्रोथ पूर्वानुमान ने अगले 6 महीनों के लिए स्टेकहोल्डर्स की धारणा को बदल दिया है.