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वैक्सीन पर ​विवाद खत्म! सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक मिलकर करेंगे काम, जारी हुआ साझा बयान

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बॉयोटेक ने कहा कि दोनों कंपनियां कोरोना वैक्सीन के विकसित करने, मैनुफैक्चरिंग करने और आपूर्ति के लिए मिलकर काम कर रही हैं.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बॉयोटेक ने कहा कि दोनों कंपनियां कोरोना वैक्सीन के विकसित करने, मैनुफैक्चरिंग करने और आपूर्ति के लिए मिलकर काम कर रही हैं.

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PTI
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Serum INSTITUTE Bharat Biotech to work together to develop supply COVID-19 vaccines SAID SII CEO ADAR POONAWALA Bharat Biotech Chairman Krishna Ella

3 जनवरी को डीसीजीआई ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोवीशील्ड और भारत बॉयोटेक और कोवैक्सीन के ईयूए को मंजूरी दी.

Covid-19 Vaccine updates: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बॉयोटेक ने कहा कि दोनों कंपनियां कोरोना वैक्सीन के विकसित करने, मैनुफैक्चरिंग करने और आपूर्ति के लिए मिलकर काम कर रही हैं. ये दोनों कंपनियां मिलकर भारत समेत दुनिया भर को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराएंगी. मंगलवार 5 जनवरी को जारी एक बयान में एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला और भारत बॉयोटेक के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा इल्ला ने इससे जुड़ी घोषणाएं की. दोनों ने कहा कि एसआईआई और भारत बॉयोटेक मिलकर कोरोना वैक्सीन बनाएंगी और दुनिया भर में उसे सप्लाई करेंगी.

दोनों कंपनियों ने वैक्सीन को बताया सुरक्षित

उन्होंने अपने बयान में कहा कि उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य भारत और दुनिया भर में लोगों की जिंदगियां और उनकी जीविकाएं बचाना है. बयान के मुताबिक वैक्सीन में इतनी क्षमता है कि वे दुनिया भर में लोगों की जिंदगी बचा सके और जल्द से जल्द आर्थिक स्थिति को सामान्य कर सके. इस समय भारत में दो कोरोना वैक्सीन को ईयूए (इमरजेंसी यूज अथॉरिटीजेशन) मिल चुका है तो ऐसे में इनकी मैनुफैक्चरिंग, सप्लाई और डिस्ट्रिब्यूशन पर मुख्य फोकस बना हुआ है. पूनावाला और इल्ला ने कहा कि ये वैक्सीन सुरक्षित, उच्च गुणवत्ता वाली और प्रभावकारी हैं.

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यह भी पढ़ें- कोरोना वैक्सीन के लिए कैसे होगा रजिस्ट्रेशन, कौन से दस्तावेज जरूरी

रविवार को DGCI ने दी थी मंजूरी

3 जनवरी को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोवीशील्ड और भारत बॉयोटेक और कोवैक्सीन के ईयूए को मंजूरी दी. दोनों कंपनियों ने कहा कि सभी को वैक्सीन उपलब्ध कराना देश व विश्व के प्रति उनका कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन से जुड़ी सभी डेवलपमेंट एक्टिविटीज योजना के मुताबिक ही चल रही हैं. पूनावाला और इल्ला ने कहा कि वे लोगों और देश के लिए वैक्सीन की जरूरतों को समझते हैं और दुनिया भर के लोगों की पहुंच वैक्सीन तक सुनिश्चित करने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं.

आम लोगों के लिए मंहगी होगी वैक्सीन

एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford) की ओर से विकसित कोरोनावायरस वैक्सीन की कीमत सरकार के लिए 3-4 डॉलर प्रति शॉट (करीब 219-292 रुपये) होगी. वहीं, एक बार इसकी बिक्री शुरू होने पर प्राइवेट मार्केट में इसकी कीमत करीब दोगुनी 6-8 डॉलर प्रति शॉट होगी. यानी, प्राइवेट मार्केट में मंजूरी के बाद वैक्सीन के निर्धारित दो शॉट के लिए करीब 1000 रुपये खर्च करने होंगे.