scorecardresearch

इकोनॉमी में रिकवरी के संकेत: सर्विस सेक्टर में ग्रोथ 7 साल के उच्च स्तर पर

देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि जनवरी में सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.

देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि जनवरी में सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.

author-image
PTI
एडिट
New Update
signs of recovery in indian economy service sector growth at seven year high

देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि जनवरी में सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.

 signs of recovery in indian economy service sector growth at seven year high देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि जनवरी में सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.

देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि जनवरी में सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. एक मासिक सर्वेक्षण के मुताबिक नए ऑर्डर मिलने, अनुकूल बाजार परिस्थितियों और कारोबारी धारणा सकारात्मक रहने की वजह से गतिविधियों में तेजी देखी गई है. आईएचएस मार्किट इंडिया र्सिवसेस बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (सेवा पीएमआई) जनवरी में 55.5 अंक पर रहा है, जबकि दिसंबर में यह 53.3 अंक था. यह 2013 से 2020 की अवधि में सेवा पीएमआई का सबसे ऊंचा स्तर है.

सेवा के निर्यात में गिरावट

Advertisment

आईएचएस मार्किट में प्रधान अर्थशास्त्री पॉलियाना डि लीमा ने कहा कि 2020 की शुरुआत में भारत के सेवा क्षेत्र में जान आ गई है. नरमी की आशंकाओं को दूर बताते हुए 2019 के आखिर में बनी बढ़त पर सवार बाजार की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है. इस अवधि में नए ऑर्डर मिलने की स्थिति भी सात साल के सबसे बेहतर स्तर पर है. अधिकतर नए ऑर्डर घरेलू बाजार से मिले हैं. जबकि इस साल की शुरुआत से सेवा के निर्यात में गिरावट देखी गयी है. इसकी वजह चीन, यूरोप और अमेरिका में मांग का कमजोर होना है.

‘विवाद से विश्वास’ स्कीम: 31 मार्च 2020 की न भूलें तारीख, नहीं तो देना होगा टैक्स का 10% एक्स्ट्रा

लीमा ने कहा कि बिक्री में मजबूत वृद्धि के चलते कारोबारों की आय बढ़ी है और इससे पैदा हुई मांग को पूरा करने के लिए सेवा प्रदाताओं ने अपनी क्षमता बढ़ाना जारी रखा है. यह नौकरी की चाह रखने वालों के लिए भी अच्छी खबर है, खासकर ऐसे समय में जब विनिर्माण उद्योग में अगस्त 2012 के बाद रोजगार निर्माण में वृद्धि का रुख देखा गया है.

इस बीच एकीकृत पीएमआई उत्पादन सूचकांक (कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स) जनवरी में सात साल के उच्च स्तर 56.3 अंक पर रहा है. दिसंबर में यह 53.7 अंक पर था. एकीकृत पीएमआई आउटपुट, सेवा और विनिर्माण क्षेत्र दोनों की गतिविधियों को दर्शाता है. पीएमआई का 50 अंक से नीचे रहना क्षेत्र में गतिविधियों के संकुचन और 50 अंक से ऊपर रहना गतिविधियों के विस्तार को दर्शाता है.

Indian Economy