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Sikkim Flash Flood: सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद से लापता 142 लोगों की तलाश शनिवार को भी जारी रही. (AP Photo)
सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में अबतक 41 लोगों की मौत हो चुकी है. द इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि हिमालयी राज्य में आई आपदा के तीसरे दिन यानी शुक्रवार को रेस्क्यू टीम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों (उत्तर बंगाल के निचले जिलों) में मलबे में दबे शवों और कीचड़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. अभी भी 15 सेना के जवान सहित 103 लोग लापता हैं. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग गोले (Chief Minister PS Tamang Golay) के अनुसार सिक्किम में 19 शव बरामद किए गए. अधिकारियों ने बताया कि 22 शव उत्तरी बंगाल के निचले जिलों में पाए गए, उन्होंने कहा कि 26 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और लगभग 1,500 लोग राहत शिविरों में हैं.
भारी संख्या में लापता लोगों की तलाश जारी
अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा ने बताया कि सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद से लापता 142 लोगों की तलाश शनिवार को भी जारी रही. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार तड़के बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 7 सैनिकों सहित 26 लोगों की मौत हो चुकी है. और 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा बाढ़ से 1,200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 13 पुल बह गए हैं.
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सिक्किम के मुख्यमंत्री ने मुआवजे किया एलान
अधिकारियों के मुताबिक, अब तक विभिन्न इलाकों से 2,413 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. वहीं, 6,875 लोगों ने राज्य भर में बनाए गए 22 राहत शिविरों में आश्रय ले रखा है. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य में अचानक आई बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि और राहत शिविरों में शरण लिए प्रत्येक व्यक्ति को दो-दो हजार रुपये की तत्काल राहत देने की भी घोषणा की.
उन्होंने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया, “हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हम नुकसान के बारे में सटीक विवरण नहीं दे सकते. इसका पता तब चलेगा, जब एक समिति गठित की जाएगी और वह अपना विश्लेषण पूरा करेगी. हमारी पहली प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना और उन्हें तत्काल राहत प्रदान करना है.” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया है और पुल बह गए हैं. उत्तरी सिक्किम में संचार सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बरदांग इलाके से लापता हुए सेना के 23 जवानों में से सात के शव निचले इलाकों के विभिन्न हिस्सों से बरामद किए गए हैं, जबकि एक को बचा लिया गया है और बाकी लापता जवानों की तलाश सिक्किम व उत्तर बंगाल में जारी है. रक्षा विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, बरदांग में घटनास्थल पर सेना के वाहनों को कीचड़ से बाहर निकाल लिया गया है. इसमें बताया गया है कि तलाश अभियान में श्वान दल और विशेष राडार का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सिक्किम में फंसे मेघालय के 26 छात्र निकाले गए बाहर
बाढ़ प्रभावित सिक्किम में फंसे मेघालय के 26 छात्रों को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है और वे शिलांग पहुंच रहे हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. बचाव अभियान में शामिल एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि ये 26 छात्र पांच वाहनों में सवार होकर सिक्किम के मजीतर से निकले और वे शुक्रवार मध्यरात्रि तक पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों को शिलांग लाने के लिए शुक्रवार रात को ही सिलीगुड़ी से एक बस की व्यवस्था की गई.’’
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मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने सोशल मीडिया मंच‘एक्स’ पर कहा, ‘‘मेघालय के 26 छात्रों को लेकर एक बस शुक्रवार शाम सिक्किम के मजीतर से सिलीगुड़ी के लिए रवाना हुई. बस कोकराझार को पार कर गई है और शिलांग के रास्ते पर है. हमारे छात्रों को सुरक्षित देखकर खुशी हुई.’’ उन्होंने कहा कि सिक्किम में पढ़ रहे मेघालय के छात्रों ने राज्य में बाढ़ की मौजूदा स्थिति के कारण घर लौटने में सहायता के लिए उनसे संपर्क किया था. बुधवार को सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद मची तबाही में अब तक सेना के सात जवानों समेत 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 142 लोग लापता हैं.