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The ring of fire will be visible this time from areas like Rajasthan, Haryana and Uttarakhand.
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Solar Eclipse 2020 Date, Timings: चंद्र ग्रहण के बाद भारत में रविवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण है. यह ग्रहण एनुलर होगा जिसमें चांद सूरज के मध्य भाव को कवर कर लेगा और एक रिंग ऑफ लाइट बनेगी जो आसमान में दिखेगा. हालांकि, पृथ्वी और चांद के बीच दूरी की वजह से चांद सूरज को पूरी तरह कवर नहीं कर पाएगा.
तारीख और समय
सूर्य ग्रहण 21 जून को होगा (रविवार). ग्रहण भारतीय समयानुसार, सुबह 9.15 बजे शुरू होगा और दोपहर 3.15 बजे तक जारी रहेगा. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के पहले सूर्य ग्रहण को एशिया, अफ्रीका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत और हिंद महासागर से देखा जा सकेगा.
दिल्ली में इसे केवल आंशिक रूप से सुबह 10.19 बजे से लेकर दोपहर 1.48 बजे तक देखा जा सकता है. तीन घंटे से ज्यादा की अवधि के लिए यह दिखेगा. सूर्य ग्रहण लगभग दोपहर 12:01 मिनट पर अपने शीर्ष स्तर पर पहुंचेगा.
यूपी में सूर्यग्रहण 10.26 बजे दिखाई देगा. यूपी में सूर्यग्रहण 10.26 बजे दिखाई देगा. पश्चिम बंगाल में इसे 10.16 बजे देखा जा सकेगा. यह 12.35 बजे अपने पीक पर होगा और 2.17 बजे खत्म होगा.
कब होता है सूर्य ग्रहण ?
बता दें कि एक सूर्य ग्रहण तब होता है, जब सूरज, पृथ्वी और चांद एक साथ सीधी रेखा में आ जाते हैं. इसमें चांद, सूरज और पृथ्वी के मध्य में होता है. इससे पृथिवी को आने वाली सूरज की कुछ रोशनी में रुकावट होती है जिससे एक परछाई बन जाती है और आकाश थोड़ा काला हो जाता है.
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तीन तरह के सूर्य ग्रहण होते हैं- एनुलर, आंशिक और पूर्ण. क्योंकि यह ग्रहण एनुलर में है, चांद सूरज के मध्य को कवर करेगा. आंशिक ग्रहण के दौरान चांद केवल सूरज के कुछ भाग को कवर करता है और बाकी भाग दिखता है. पूर्ण सूर्य ग्रहण में ऐसी स्थिति होती है कि चांद पूरे सूरज को कवर कर देता है और उसकी सारी रोशनी को रोक लेता है. इसलिए पूर्ण ग्रहण के दौरान सूरज को देख पाने की संभालना कम रहती है.
इस साल एक और सूर्य ग्रहण होगा. जहां एक सूर्य ग्रहण कल होगा , वहीं दूसरा ग्रहण 14 दिसंबर को लगेगा. अगला ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होने की उम्मीद है जहां पृथ्वी चांद से पूरी तरह ढक जाएगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरे सूर्य ग्रहण को दक्षिण अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक से देखा जा सकता है.