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सोनिया गांधी ने कहा,मैं ही हूं कांग्रेस की फुल टाइम प्रेसिडेंट
कांग्रेस में संगठन स्तर पर बदलाव की मांग कर रहे नेताओं को सोनिया गांधी ने साफ जवाब दिया है. G-23 के नेताओं की ओर इशारा करते हुए सोनिया ने कहा कि कांग्रेस की फुल टाइम प्रेसिडेंट वहीं हैं. वही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं और सीधे तौर पर इनके काम से जुड़ी हुई हैं. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद यह साफ हो गया कि अगले साल सितंबर तक पार्टी का अगला फुल-टाइम प्रेसिडेंट चुन लिया जाएगा, तब तक वही पार्टी की अध्यक्ष रहेंगीं. यह फैसला वर्किंग कमेटी की बैठक में लिया गया है. इस बैठक में सोनिया और राहुल समेत कांग्रेस के 52 नेता शामिल थे.
'साफगोई से चर्चा करें, मीडिया में बात न करें'
सोनिया गांधी ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा कि कांग्रेस का हर सदस्य चाहता है कि पार्टी दोबारा अपने पैरों पर मजबूती से खड़ी हो इसलिए एकता और पार्टी के हितों को सबसे ऊपर रखना जरूरी है. उन्होंने पार्टी नेताओं को सेल्फ-कंट्रोल और अनुशासन का ख्याल रखने को भी कहा. बागी नेताओं के समूह 'G-23' गुट पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं एक पूर्णकालिक और व्यावहारिक कांग्रेस अध्यक्ष हूं. मैंने हमेशा साफगोई की तारीफ की है. मीडिया के जरिये से मुझसे बात करने की कोई जरूरत नहीं है; आइए हम सभी ईमानदारी से चर्चा करें. संगठनात्मक चुनावों और अध्यक्ष पद के चुनाव के मामले मे उन्होंने कहा हमने 30 जून तक नियमित कांग्रेस प्रमुख के चुनाव के लिए रोडमैप को अंतिम रूप दिया था मगर कोरोना की दूसरी लहर के कारण समय सीमा अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दी गई. आज हमेशा के लिए स्पष्टता लाने का मौका है.
'मिल कर लड़ेंगे तो जीतेंगे'
सोनिया ने अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की चुनौतियों के मद्देनजर कहा, ''हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं और अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे. लखीमपुर खीरी कांड पर बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि लखीमपुर-खीरी की चौंकाने वाली घटनाएं हाल ही में बीजेपी की मानसिकता को दिखाती है कि वह किस तरह किसान आंदोलन को देखती है.