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SEBI की पूर्व चीफ माधबी पुरी बुच समेत 6 अधिकारियों पर FIR का आदेश, शेयर बाजार में धोखाधड़ी करने से जुड़ा है मामला

FIR against Madhabi Puri Buch: मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने सेबी की पूर्व चीफ माधबी पुरी बुच और पांच अन्य के खिलाफ शेयर बाजार में कथित धोखाधड़ी और नियामकीय उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया.

FIR against Madhabi Puri Buch: मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने सेबी की पूर्व चीफ माधबी पुरी बुच और पांच अन्य के खिलाफ शेयर बाजार में कथित धोखाधड़ी और नियामकीय उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया.

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FE Hindi Desk
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Stock Market Fraud: भारत की पहली महिला सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच इसी शुक्रवार 28 फरवरी को अपने पद से रिटायर हुईं हैं. Photograph: (FE File)

Mumbai Special Court orders FIR against Former SEBI Chief Madhabi Puri Buch and 5 other officials: मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने सेबी की पूर्व चीफ माधबी पुरी बुच (Former SEBI Chairperson Madhabi Puri Buch) और पांच अन्य के खिलाफ शेयर बाजार में कथित धोखाधड़ी और अनियमितताओं के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. पीटीआई-भाषा ने रविवार को यह जानकारी दी है.

मुंबई की स्पेशल एंटी करप्शन ब्यूरो कोर्ट के जज शशिकांत एकनाथराव बांगर ने शनिवार को जारी आदेश में कहा कि प्रथम दृष्टया विनियामकीय चूक और मिलीभगत के सबूत हैं, जिसकी निष्पक्ष जांच की आवश्यकता हैं. कोर्ट ने शेयर बाजार में कथित धोखाधड़ी से जुड़ मामले में सेबी की पूर्व चीफ माधबी पुरी समेत 6 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने कहा कि वह जांच की निगरानी करेगा और 30 दिनों के भीतर (मामले की) स्थिति रिपोर्ट मांगी गई है.

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स्पेशल कोर्ट ने आदेश में यह भी कहा है कि आरोपों से संज्ञेय अपराध का पता चलता है, जिसके लिए जांच जरूरी है. इसमें कहा गया है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों और मार्केट रेगुलेटर सेबी की निष्क्रियता के कारण सीआरपीसी (आपराधिक प्रक्रिया संहिता) के प्रावधानों के तहत न्यायिक हस्तक्षेप की जरूरत है. शिकायतकर्ता, जो एक मीडिया रिपोर्टर है, ने कथित अपराधों की जांच की मांग की थी, जिसमें बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी, विनियामक उल्लंघन और भ्रष्टाचार शामिल है.

क्या हैं आरोप

शिकायतकर्ता ने दावा किया कि सेबी के अधिकारी अपने वैधानिक कर्तव्य में विफल रहे, बाजार में हेरफेर को बढ़ावा दिया, और निर्धारित मानको को पूरा नहीं करने वाली कंपनी को लिस्टेड करने की अनुमति देकर कॉरपोरेट धोखाधड़ी के लिए रास्ता खोला. शिकायतकर्ता ने कहा कि कई बार पुलिस स्टेशन और संबंधित नियामक निकायों से संपर्क करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई.

इनके खिलाफ मिली है शिकायत

शिकायत में एसीबी से मांग की गई थी कि वह संभावित आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे और जांच शुरू करे, जिसमें पूर्व सेबी चीफमाधबी पुरी बुच, सेबी के 3 होल-टाइम मेंबर, और बीएसई के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल और सीईओ सुंदरारामन रामामूर्ति जैसे नाम शामिल हैं.

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पूर्व सेबी चीफ पर अमेरिकी कंपनी ने भी लगाए थे गंभीर आरोप

भारत की पहली महिला सेबी प्रमुख बुच पर अमेरिका की रिसर्च एंड इनवेस्टमेंट कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने हितों के टकराव के आरोप लगाए थे. उसके बाद राजनीतिक तनाव के बीच बुच ने शुक्रवार को अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया.

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