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CBSE की सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को नसीहत, अप्रैल से पहले न शुरू करें नया शैक्षणिक सत्र, कम समय में कोर्सवर्क पूरा कराने से छात्रों का होता है नुकसान

CBSE ने अपने सभी मान्यता प्राप्ता स्कूलों को नसीहत हेते हुए कहा कि पूरे साल का सिलेबल कम समय में पूरा कराने से छात्रों में एंजाइटी, बर्नऑउट जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में समय से पहले सत्र की शुरूआत करने से बचें.

CBSE ने अपने सभी मान्यता प्राप्ता स्कूलों को नसीहत हेते हुए कहा कि पूरे साल का सिलेबल कम समय में पूरा कराने से छात्रों में एंजाइटी, बर्नऑउट जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में समय से पहले सत्र की शुरूआत करने से बचें.

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FE Hindi Desk
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CBSE Warn Schools: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई (CBSE) ने अपने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों से नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 1 अप्रैल से करने के लिए कहा है. (IE photo by Anil Sharma/ Representative Image)

CBSE Warns Schools Against Starting Academic Session 2023-24 Before April 1: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई (CBSE) ने अपने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों से नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 1 अप्रैल से करने के लिए कहा है. सेंट्रल बोर्ड ने स्कूलों से अप्रैल महीने की पहली तारीख से पहले सत्र शुरू न करने की अपील भी की. सीबीएसई ने एक नोटिस जारी कर ये नसीहत दी है. सीबीएसई ने सभी स्कूल हेड को 1 अप्रैल से 31 मार्च तक शैक्षणिक सत्र का 'सख्ती से पालन' करने को कहा है. साथ ही बोर्ड ने अपने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को 1 अप्रैल से पहले नया सत्र शुरू करने से बचने की नसीहत दी है.

कम समय में कोर्सवर्क पूरा कराने से आती है ये मुश्किलें

दरअसल कई स्कूल कोर्सवर्क को पूरा कराने के लिए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत समय से पहले कर देते हैं. जारी नोटिस के जरिए बोर्ड ने कहा है कि सीबीएसई को यह जानकारी मिली है कि कुछ मान्यता प्राप्त स्कूलों ने मौजूदा साल के शुरूआती दिनों से ही आगामी शैक्षणिक सत्र शुरु कर दी है. सेंट्रल बोर्ड ने स्कूलों के इस रवैए पर चिंता जाहिर की और कहा कि स्कूलों के इस रूख से पूरे साल के सिलेबस को कम समय में पूरा करने का प्रयास उन छात्रों के लिए जोखिम बन सकता है जो कि स्कूलिंग के दौरान सीखने के लिए संघर्ष करते हैं और एंजाइटी और बर्नऑउट जैसी समस्याओं से जूझने लगते हैं.

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एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटिज छात्रों के समग्र विकास के लिए है अहम

जारी नोटिस में सीबीएसई ने आगे कहा कि यह छात्रों को लाइफ स्किल, वैल्यू एजुकेशन, हेल्थ और फिजिकल एजुकेशन, वर्क एजुकेशन और कम्युनिटी सर्विस जैसी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटिज के लिए पर्याप्त समय नहीं देता है. छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए कोर्सवर्क के समान ही एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटिज को भी सेंट्रल बोर्ड ने अहम बताया है. इसलिए, बोर्ड की ओर से मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रिंसिपल और संस्थानों के हेड को नसीहत दी जाती है कि वे समय से पहले शैक्षणिक सत्र शुरू करने से बचें और 1 अप्रैल से 31 मार्च तक शैक्षणिक सत्र का सख्ती से पालन करें. फिलहाल सीबीएसई कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करा रही है. दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई है. 10वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा 21 मार्च और 12 वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा 5 अप्रैल तक संपन्न होगी.

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