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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के प्रेसीडेंट शी जिनपिंग
पूर्व राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने फिर एक बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अगर पीएम मोदी पड़ोसी देश यानी चीन को भारतीय इलाके से हटा नही पा रहे हैं तो उन्हें चीन के सामने सरेंडर कर देना चाहिए. सांसद स्वामी की तरफ से यह तंज उस वक्त कसा गया है जब पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट चुकी हैं. इस बीच कांग्रेस ने दावा किया है कि पीएम मोदी ने भारत की जमीन चीन को दे दी है.
शुक्रवार की सुबह सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा कि पीएम मोदी को आसान भाषा में पीएलए (PLA) को कहना चाहिए कि भारतीय सीमा क्षेत्र से बाहर निकाल जाओ या समय जरूर लगेगा मगर हम उन्हें भारतीय सीमा से बाहर खदेड़ देंगे. उन्होंने आगे लिखा कि 56 इंच सीना दिखाएं या फिर अडानी की सलाह पर चीन और कतर के सामने सरेंडर कर दें.
पहले भी कस चुके हैं तंज
इससे पहले स्वामी ने बीते मंगलवार, 13 सितंबर की ट्वीट के जरिए केन्द्र सरकार पर तंज कसा था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मोदी गवर्नमेंट के हवाले से इंडियन मीडिया रिपोर्ट में आई खबर के मुताबिक भारत और चीन दोनों देश की सेनाएं LAC से पीछे हट गई हैं. इस पर चीनी फिरकी ले रहे हैं. सच तो यह है कि भारत की जमीन से चीन पीछे हट गए और भारत को खुद अपने सैनिकों को भारतीय इलाके से पीछे हटना पड़ा. इस प्रकार, चीन का दावा है कि जो मेरा है वह मेरा है और जो भारत का है वह भी मेरा है.
LAHDC काउंसलर ने स्वामी के तंज किया था समर्थन
मंगलवार को सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा किए गए ट्वीट के जवाब में लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलेपमेंट काउंसिल (LAHDC) के काउंसलर कोंचोक स्टैंजिन (Konchok Stanzin) ने लिखा कि आपने सच लिखा सर. अफसोस है कि भारत PP16 से हट गई. जहां पर दशकों से कब्जा था. सबसे अहम बात ये है कि कुगरंग वैली (Kugrang valley) भी विवादित हो गई. यह चरागाह की भूमि होती थी जो अब बफर एरिया बन चुकी है. मगर लोकल लोगों की किसे परवाह है? भारत और चीन दोनों संयुक्त रूप से LAC में गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र (PP-15) से पीछे हट गए हैं. ऐसा उस वक्त हुआ है जब पीएम मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद एससीओ समिट में पहुंचे हैं और चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग उस शिखर सम्मेलन में पहले से मौजूद हैं.