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शिमला में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू को सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया. (Photo : ANI)
Sukhvinder Singh Sukhu to be next Himachal Pradesh CM, Mukesh Agnihotri Deputy CM: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. उनके साथ ही मुकेश अग्निहोत्री राज्य के नए उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. शनिवार को राजधानी शिमला में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना गया. इस अहम बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सेंट्रल ऑब्जर्वर यानी केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हुए. कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी विधायक दल की बैठक में मौजूद रहे.
खड़गे, राहुल भी होंगे शपथ ग्रहण में शामिल
नई सरकार का शपथ ग्रहण रविवार, 11 दिसंबर को सुबह 11 बजे होगा. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. राज्य की 68 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं. विधायक दल की बैठक के बाद राजीव शुक्ला ने पत्रकारों को सुक्खू को मुख्यमंत्री और अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि सभी 40 विधायकों ने सर्वसम्मति से सुक्खू को अपना नेता चुना है. मुख्यमंत्री पद की दावेदार और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्हें सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने का कांग्रेस आलाकमान का फैसला स्वीकार है.
टीम की तरह काम करेंगे : सुक्खू
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में राज्य का नया मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कहा कि वे मुकेश अग्निहोत्री के साथ मिलकर एक टीम की तरह काम करेंगे. 58 साल के सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नदौन से विधायक हैं. वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद सुक्खू ने कहा कि उन्होंने 17 साल की उम्र में राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करना शुरू किया था, तब से अब तक उनके राजनीतिक सफर में कांग्रेस ने उन्हें इतना कुछ दिया है, जिसे वे कभी भुला नहीं पाएंगे.
सुक्खू ने कहा कि वे हिमाचल प्रदेश की आम जनता की सेवा करने और व्यवस्था परिवर्तन के लिए पूरी मेहनत से काम करेंगे. अपने नाम का एलान किए जाने से पहले सुक्खू ने प्रेस से कहा था कि वे मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी नहीं हैं. उन्होंने कहा था, मैं केवल एक कांग्रेस कार्यकर्ता हूं. शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, वह मुझे मंजूर होगा.’’ शिमला में शुक्रवार की शाम को हुई बैठक में विधायकों ने आम सहमति से प्रस्ताव पारित करके कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को नए मुख्यमंत्री के नाम का फैसला करने का अधिकार दिया था.
परिवहन निगम में ड्राइवर थे सुक्खू के पिता
साधारण परिवार से आने वाले सुक्खू के पिता राज्य सड़क परिवहन निगम में ड्राइवर थे. चार बार के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू 2013 से 2019 तक पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सुक्खू पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रचार समिति के प्रमुख भी रहे. एक साधारण परिवार से संबंध रखने वाले सुक्खू ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र राजनीति से की. इस दौरान वे कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई (NSU) की राज्य इकाई के महासचिव भी रहे.
निगम पार्षद से मुख्यमंत्री तक का सियासी सफर
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमए और एलएलबी की पढ़ाई करने वाले सुक्खू जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर काम करते हुए दो बार शिमला नगर निगम के पार्षद चुने गए. उन्होंने 2003 में नादौन से पहली बार विधानसभा चुनाव जीता. इसके बाद 2007 में भी वे इसी सीट से दोबारा चुने गए. लेकिन 2012 में वे चुनाव हार गए. इसके बाद 2017 और 2022 के चुनावों में उन्होंने फिर से जीत दर्ज करके सियासी जमीन पर अपनी मजबूत पकड़ का परिचय दिया. बीजेपी नेता प्रेम कुमार धूमल के बाद वे हमीरपुर जिले से आने वाले राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री होंगे.