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ये भारतीय कंपनी बना सकती है दुनिया के लिए पहली कोविड-19 वैक्सीन; तेजी से चल रहा काम, जानें डिटेल

अगर दुनिया को कोविड-19 की वैक्सीन मिलती है, तो इसकी अच्छी संभावना है कि वह एक भारतीय कंपनी से हो सकती है.

अगर दुनिया को कोविड-19 की वैक्सीन मिलती है, तो इसकी अच्छी संभावना है कि वह एक भारतीय कंपनी से हो सकती है.

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Reuters
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ये भारतीय कंपनी बना सकती है दुनिया के लिए पहली कोविड-19 वैक्सीन; तेजी से चल रहा काम, जानें डिटेल

Private players were asked to set a maximum charge of Rs 4,500 for the RT-PCR test.

this indian company can make first coronavirus covid 19 vaccine for world work in progress by serum institute of india अगर दुनिया को कोविड-19 की वैक्सीन मिलती है, तो इसकी अच्छी संभावना है कि वह एक भारतीय कंपनी से हो सकती है. (Representational Image)

अगर दुनिया को कोविड-19 की वैक्सीन मिलती है, तो इसकी अच्छी संभावना है कि वह सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से हो सकती है. परिमाण के मुताबिक, सेरम इंस्टीट्यूट दुनिया का वैक्सीन का सबसे बड़ा उत्पादक है. अभी वह नोवल कोरोना वायरस के लिए कई कैंडिडेट पर काम कर रहा है, जिसमें AstraZeneca/Oxford यूनिवर्सिटी जिसने वैश्विक हेडलाइंस को प्राप्त किया है और अपनी खुद की भी विकसित कर रहा है. इन कामों को उमेश शालिग्राम देख रहे हैं जो रिसर्च एंड डेवपलमेंट के हेड हैं.

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उनकी नियोक्ता एक निजी कंपनी है, लेकिन हर आधी रात से कुछ समय पहले उन्हें सरकार से व्हाट्सऐप मैसेज मिलता है, जिसमें उनसे अपडेट पूछा जाता है और किसी आने वाली मुश्किलों के बारे में भी जानकारी ली जाती है.

सरकार से शीर्ष स्तर पर संपर्क

मैसेज सामान्य तौर पर के. विजयराघवन से होते हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टॉप वैज्ञानिक सलाहकार हैं. यह संकेत देता है कि यह महत्वपूर्ण है. शालिग्राम तुरंत प्रगति की रिपोर्ट देते हैं और किसी भी मुश्किल के बारे में जानकारी देते हैं. शालिग्राम ने कहा कि कोई भी देरी हो, आप केवल उन्हें बता दीजिए. साथ में उन्होंने बताया कि सरकार वे सब कर रही है, जो वह क्लियरेंस को फास्ट-ट्रैक करने के लिए कर सकती है और आयात में देरी और दूसरे मुद्दों को भी सुलझा रही है.

उन्होंने कहा कि ट्रायल और संबंधित चीजों के लिए मंजूरी दिन में कभी भी आ जाती है, रविवार रात को भी. इनमें से कुछ प्रक्रियाओं को चार से छह महीने का समय लग जाता है. कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव अदार पूनावाला ने बताया कि जहां वैक्सीन से जुड़ा ज्यादातर ध्यान फार्मास्युटिकल डेवलपर को जाता है, भारत दुनिया भर में बेची जाने वाली वैक्सीन के उत्पादन में 60-70 फीसदी की मुख्य भूमिका निभाता है. इसमें सेरम इंस्टीट्यूट की बड़ी भूमिका है.

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दुनिया को वैक्सीन का इंतजार

कंपनी के पुणे शहर में स्थित विशाल 150 एकड़ के कैंपस में शालिग्राम और उनकी टीम तेजी से काम कर रही है. रोजाना मैदान में दर्जनों बसें सैकड़ों कर्मचारियों को लेकर आती है जहां काम चल रहा है जबकि आसपास शहर में लॉकडाउन है. इस समय दुनिया और देश में कोरोना के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और विश्व के नेताओं को वैक्सीन ही एक तरीका दिखता है जो उनकी रूकी हुई अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू कर सकता है, हालांकि, अभी कोई भी कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी नहीं साबित हुई है.

पूनावाला जिनका परिवार इस कंपनी का मालिक है, उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक, ड्रग निर्माता और उत्पादक अद्वितीय स्तर पर सहयोग कर रहे हैं जिससे डेवपमेंट और उपलब्धता को बढ़ाया जा सके.

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