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Cash for query case: टीएमसी की तेज-तर्रार लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का गंभीर आरोप लगाया गया है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस मामले में उनके खिलाफ लोकसभा की एथिक्स कमेटी में शिकायत की है. (Image : Screenshot of Loksabha live streaming)
TMC MP Mahua Moitra Cash for query controversy: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है कि वे अपने ऊपर लगाए गए आरोपों के मामले में सीबीआई और लोकसभा की एथिक्स कमेटी के तमाम सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हैं. टीएमसी सांसद ने यह बात हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी के उस बयान के एक दिन बाद कही है, जिसमें हीरानंदानी ने दावा किया है कि महुआ मोइत्रा ने उन्हें संसद का अपना लॉगिन और पासवर्ड सौंपा था, ताकि वे उनकी तरफ से संसद में सवाल उठा सकें. हीरानंदानी ने यह दावा लोकसभा की एथिक्स कमेटी को दिए हलफनामे में किया है.
सीबीआई और एथिक्स कमेटी को दूंगी हर सवाल का जवाब : महुआ मोइत्रा
महुआ मोइत्रा ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर लिखा, "सीबीआई और एथिक्स कमेटी (जिसमें भाजपा सदस्यों का पूर्ण बहुमत है) मुझे जब भी बुलाएंगे, मैं बड़ी खुशी से उनके सवालों के जवाब दूंगी. लेकिन अडानी निर्देशित मीडिया के सर्कस ट्रायल में मदद करने या बीजेपी के ट्रोल्स को जवाब देने के लिए मेरे पास न तो वक्त है और न ही दिलचस्पी. मैं नादिया में दुर्गा पूजा का आनंद ले रही हूं. शुभो षष्ठी."
I welcome answering questions to CBI & Ethics Committee (which has absolute majority of BJP members) if & when they call me. I have neither time nor interest to feed a Adani-directed media circus trial or answer BJP trolls.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) October 20, 2023
I am enjoying Durga Puja in Nadia.
Shubho Sashthi .
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दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे में क्या है
दुबई में रहने वाले दर्शन हीरानंदानी ने संसद की एथिक्स कमेटी को सौंपे गए तीन पन्नों के हलफनामे में आरोप लगाया है कि महुआ मोइत्रा को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने का एकमात्र तरीका गौतम अडानी और उनके समूह पर हमला करना है, क्योंकि दोनों समकालीन हैं और एक ही राज्य - गुजरात से ताल्लुक रखते हैं. हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में यह आरोप भी लगाया है कि महुआ मोइत्रा ने कुछ ऐसे सवालों का ड्राफ्ट तैयार किया था, जिनके जरिए अडानी समूह को निशाना बनाकर सरकार को शर्मिंदा किया जा सके. ये सवाल उन्हें संसद में उठाने थे. दर्शन हीरानंदानी ने लिखा है कि महुआ मोइत्रा ने संसद सदस्य के तौर पर अपनी ईमेल आईडी उन्हें दी थी, ताकि वे उन्हें संसद में सवाल उठाने के लिए जरूरी जानकारी भेज सकें. हीरानंदानी ने लिखा है कि उन्होंने टीएमसी सांसद की यह बात मान ली.
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दर्शन को हलफनामे पर दस्तखत के लिए मजबूर किया गया : महुआ
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि दर्शन हीरानंदानी उनके अच्छे मित्र हैं. इसके साथ ही उन्होंने दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे को एक 'मजाक' बताते हुए आरोप लगाया कि "इस पत्र का ड्राफ्ट प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से भेजा गया था, जिस पर दस्तखत करने के लिए उन्हें (दर्शन को) मजबूर किया गया." मोइत्रा ने दावा किया कि हीरानंदानी को धमकी दी गई थी कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके सारे बिजनेस पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे और उन्हें बर्बाद कर दिया जाएगा. उन पर सीबीआई के छापे पड़ेंगे, सरकार से जुड़े सारे बिजनेस ठप हो जाएंगे और सरकारी बैंकों से मिलने वाला फाइनेंस फौरन बंद कर दिया जाएगा." मोइत्रा ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में सवाल उठाया है कि "दर्शन हीरानंदानी को सीबीआई या एथिक्स कमेटी या दरअसल किसी भी जांच एजेंसी ने अब तक तलब नहीं किया है. फिर भला उन्होंने यह हलफनामा किसे दिया है."
निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखी थी चिट्ठी
दर्शन हीरानंदानी का हलफनामा भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा टीएमसी सांसद के खिलाफ दो पत्र लिखे जाने के कुछ दिन बाद आया है. दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में दावा किया है कि महुआ मोइत्रा पर हीरानंदानी समूह के हितों को आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है, जिसकी जांच संसद की एथिक्स कमेटी को करनी चाहिए. दुबे ने दूसरा पत्र आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखा है, जिसमें टीएमसी सांसद के लोकसभा के लॉग-इन क्रेडेंशियल के आईपी एड्रेस की जांच कराने की मांग की गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें किसी और ने एक्सेस किया था.