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चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक है.
Tomato Price Rocketed: बेमौसम बारिश की मार आम लोगों पर महंगाई के रूप में बड़ रही है. देश के मेट्रो शहरों में टमाटर के भाव 72 रुपये प्रति किग्रा तक पहुंच गए. टमाटर के भाव में इस तेजी का मुख्य कारण मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादकों में बेमौसम बारिश है. इसके चलते टमाटर की आपूर्ति मांग के मुताबिक नहीं हो पा रही है. मेट्रो शहरों में सबसे महंगा टमाटर कोलकाता में है जहां इसके खुदरा भाव 12 अक्टूबर को 72 रुपये प्रति किग्रा थे. एक महीने पहले यह 38 रुपये के भाव पर बिक रहा था. वहीं चेन्नई में इसके भाव एक महीने में करीब चार गुना बढ़ गए. आजादपुर टोमैटो एसोसिएशन के प्रमुख के मुताबिक प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में 60 फीसदी टमाटर खराब हुआ है. प्लांटेशन के बाद अगले दो से तीन महीने में इसकी नई फसल आ जाएगी.
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अन्य मेट्रो शहरों में ये हैं हालात
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक एक महीने में दिल्ली में टमाटर के भाव 30 रुपये से बढ़कर 57 रुपये हो गए. एक महीने चेन्नई में यह 20 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बिक रहा था लेकिन अब 57 रुपये के भाव पर पहुंच गया. मुंबई की बात करें तो एक महीने पहले यह 15 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर था लेकिन अब यह 53 रुपये के भाव पर बिक रहा है. टमाटर की खुदरा कीमतें क्वालिटी और स्थान पर निर्भर करती हैं जहां इसकी बिक्री हो रही है.
60 फीसदी टमाटर की फसल प्रभावित
आजाटपुर टोमैटो एसोसिएशन के प्रमुख अशोक कौशिक के मुताबिक मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में फसल को नुकसान हुआ. इसके चलते दिल्ली जैसे उपभोक्ता राज्यों में इसकी कीमतें प्रभावित हुई हैं. दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी देश में फलों व सब्जियों का एशिया की सबसे बड़ा मण्डी है. एमपी, महाराष्ट्र के अलावा शिमला जैसे पहाड़ी राज्यों में भी बेमौसम बारिश से फसल प्रभावित हुई है. कौशिक के मुताबिक बेमौसम बारिश के चलते टमाटर उत्पादक राज्यों में 60 फीसदी टमाटर की फसल प्रभावित हुई. इसके चलते आजादपुर मण्डी में एक महीने में इसके भाव दोगुना बढ़कर 40-60 रुपये हो गए और इसकी प्रतिदिन आवक भी घटकर 250-300 टन रह गई.
2-3 महीने में राहत की उम्मीद
टमाटर की फसल इस समय मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आ रही है. इसके अलावा पौधे लगाने के बाद अगले 2-3 महीने में इसकी नई फसल मिल जाएगी. चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक है. नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के मुताबिक यहां 7.89 लाख हेक्टेअर में करीब 1.975 करोड़ टमाटर का उत्पादन होता है.