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Train Speed in India: भारतीय रेलवे ने मालगाड़ियों की एवरेज स्पीड बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं.
Train Speed in India: तेज स्पीड ट्रेन चलाने पर जोर देने के अलावा अब भारत सरकार पहले से चलने वाली गाड़ियों की स्पीड बढ़ाने जा रही है. शुक्रवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में मालगाड़ियों की औसत गति बढ़ाने के लिए उठाए गए सरकार कदमों की जानकारी दी. भारतीय रेलवे ने मालगाड़ियों की एवरेज स्पीड बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं.
स्पीड बढ़ाने के लिए उठाए ये कदम
- टाइम-टैब्लेड कंटेनरों और ऑटो ट्रेनों की शुरूआत.
- माल ढुलाई वैगनों की अधिकतम स्पीड को बढ़ाना.
- ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को पूरा करने का लक्ष्य.
- पटरियों का दोहरीकरण और मल्टी-ट्रैकिंग को पूरा करने का लक्ष्य
- डेडिकेटेड फ्रेट पथों का निर्माण.
भारत में बढ़ रहा ट्रेनों का स्पीड
2018-2022 के दौरान मालगाड़ियों की औसत गति में लगभग 62.2 फीसदी की वृद्धि हुई. इसी दौरान सामान्य पैसेंजर ट्रेनों की औसत गति में लगभग फीसदी की वृद्धि हुई. इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (EMU) और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत गति में क्रमशः 4.2 और 1.5 पफीसदी की वृद्धि हुई है.
मिशन रफ़्तार
रेल बजट 2016-17 में भारतीय रेलवे में ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए 'मिशन रफ़्तार' की घोषणा की गई थी. ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए, भारतीय रेलवे ने यात्री ट्रेनों को एक्सप्रेस सर्विस और एक्सप्रेस सर्विस को सुपर फास्ट सेवाओं में बदल दिया. साथ ही, पारंपरिक कोचों से चलने वाली ट्रेनों को मेमू में बदलने का उद्देश्य यात्रियों को तेज सेवाएं प्रदान करना है. 2015-16 से 492 ट्रेन सेवाओं को मेमू में बदल दिया गया है. भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेनें भी शुरू कर रहा है, जिनमें उच्च गति क्षमता है. 24 जुलाई 2023 तक देश में 50 वंदे भारत सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं.