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डीपी वर्ल्ड इस मेगा कंटेंनर टर्मिनल का करेगा रखरखाव और विकास, दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के साथ हुआ एग्रीमेंट

DP World: गुजरात में 4,500 करोड़ रुपये के मेगा कंटेनर टर्मिनल को विकसित करने के लिए शुक्रवार को दिल्ली में डीपी वर्ल्ड और दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के बीच एक कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए.

DP World: गुजरात में 4,500 करोड़ रुपये के मेगा कंटेनर टर्मिनल को विकसित करने के लिए शुक्रवार को दिल्ली में डीपी वर्ल्ड और दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के बीच एक कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए.

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FE Hindi Desk
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DP World: भारत के पश्चिमी तट पर गुजरात के कांडला में 21.9 लाख टीईयू सालाना की क्षमता वाले मेगा-कंटेनर टर्मिनल को डेवलप किया जाएगा.

Mega container terminal to come up at Tuna-Tekra: गुजरात के टूना-टेकरा में 4,500 करोड़ रुपये के मेगा कंटेनर टर्मिनल को विकसित करने के लिए शुक्रवार को दिल्ली में डीपी वर्ल्ड और दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के बीच एक कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए. समझौते पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और डीपी वर्ल्ड के समूह अध्यक्ष और सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलेयम की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए. इसके तहत भारत के पश्चिमी तट पर गुजरात के कांडला में 21.9 लाख टीईयू सालाना की क्षमता वाले मेगा-कंटेनर टर्मिनल को डेवलप (निर्माण), ऑपरेट (परिचालन) मेंटेन (रखरखाव) किया जाएगा.

खर्चे जाएंगे 51 करोड़ डॉलर

जनवरी, 2023 में बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) के आधार पर 30 साल के लिए दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी द्वारा टूना-टेकरा में इस मेगा-कंटेनर टर्मिनल को डेवलप करने का कंसेशन हिंदुस्तान इन्फ्रालॉग प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया. समय को 20 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है. हिंदुस्तान इन्फ्रालॉग प्राइवेट लिमिटेड, डीपी वर्ल्ड और भारत सरकार द्वारा समर्थित भारत के कोलैबोरेटिव इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म 'नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड' का संयुक्त उद्यम है. इस प्रोजेक्ट के तहत सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से 4,243.64 करोड़ रुपये (करीब 51 करोड़ डॉलर) की लागत से मौजूदा दीनदयाल बंदरगाह के नजदीक टूना-टेकरा में मेगा-कंटेनर टर्मिनल बनाया जाएगा.

लॉजिस्टिक्स की मांग को करेगा पूरा

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फरवरी, 2027 में टर्मिनल का निर्माण पूरा होने के बाद यहां अत्याधुनिक उपकरण होंगे और इसकी सालाना क्षमता 21.9 लाख टीईयू की होगी. इसमें 18,000 टीईयू से ज्यादा की क्षमता वाले नेक्स्ट जनरेशन वेसेल्स की हैंडलिंग में सक्षम 1,100 एम बर्थ भी होगा और कंसेशन एग्रीमेंट के तहत बर्थ को 1375एम तक बढ़ाया जा सकता है. यह दूरदराज के क्षेत्रों को सड़क, राजमार्ग, रेलवे और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के नेटवर्क के माध्यम से जोड़ेगा और उत्तरी, पश्चिमी एवं मध्य भारत के उद्योगों को वैश्विक बाजार से जोड़ते हुए वहां से निकलने वाली लॉजिस्टिक्स की बढ़ी मांग को पूरा करेगा.

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नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन का हिस्सा है प्रोजेक्ट

यह प्रोजेक्ट नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन का हिस्सा है और पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान एवं नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी जैसी भारत सरकार की विभिन्न पहल के लिए पूरक की तरह है. कंटेनर टर्मिनल पूरी तरह से ग्रीन पोर्ट गाइडलाइंस का अनुपालन करेगा. इससे पोर्ट एनवायरमेंट मैनेजमेंट की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को अपनाते हुए इस बंदरगाह के परिचालन को पर्यावरण के अनुकूल रखना सुनिश्चित होगा और भारत सरकार द्वारा तय किए गए सतत विकास लक्ष्य की दिशा में इससे सहयोग मिलेगा.

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केंद्रीय मंत्री का क्या है कहना?

इस अवसर पर भारत सरकार के माननीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा, "दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी और डीपी वर्ल्ड के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर का यह क्षण वास्तव में एक यादगार क्षण है. यह सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत भारत में बेस्ट-इन-क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण की दिशा में एक और उल्लेखनीय कदम है. यह प्रोजेक्ट हमारे माननीय प्रधानमंत्री के अमृतकाल विजन 2047 के अनुरूप है, जिसके तहत देश की पोर्ट हैंडलिंग क्षमता को चार गुना करने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने का लक्ष्य है. परिचालन में आने के बाद यह टर्मिनल भारत को एक्सपोर्ट हब बनाने के भारत सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

Gujarat Sarbananda Sonowal