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उदय कोटक ने सरकार को दूसरे वित्तीय पैकेज के एलान का दिया सुझाव, समाज के निचले तबके को मदद की मांग

CII अध्यक्ष उदय कोटक ने सरकार को समाज के निचले तबके के साथ छोटे और मध्य कारोबारों को समर्थन देने के लिए एक और वित्तीय पैकेज पर विचार करने का सुझाव दिया.

CII अध्यक्ष उदय कोटक ने सरकार को समाज के निचले तबके के साथ छोटे और मध्य कारोबारों को समर्थन देने के लिए एक और वित्तीय पैकेज पर विचार करने का सुझाव दिया.

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PTI
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uday kotak suggests government to announce second fiscal package

CII अध्यक्ष उदय कोटक ने सरकार को समाज के निचले तबके के साथ छोटे और मध्य कारोबारों को समर्थन देने के लिए एक और वित्तीय पैकेज पर विचार करने का सुझाव दिया.

कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच, CII अध्यक्ष उदय कोटक ने बुधवार को सरकार को समाज के निचले तबके के साथ छोटे और मध्य कारोबारों को समर्थन देने के लिए एक और वित्तीय पैकेज पर विचार करने का सुझाव दिया. उन्होंने पीटीआई को एक इंटरव्यू में बताया कि सरकार छोटे कारोबारों को कोलेटरल फ्री कर्ज उपलब्ध कराने के लिए क्रेडिट गारंटी स्कीम की मात्रा को 3 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपये करने पर विचार कर सकती है.

सरकार ने पिछले साल आत्मनिर्भर पैकेज के हिस्से के तौर पर 3 लाख करोड़ रुपये की इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) का एलान किया था.

कोविड 2.0 से बहुत नुकसान: उदय कोटक

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कोटक ने कहा कि कोविड 2.0 बहुत बहुत नुकसान करने वाला रहा है और इसने विशेषकर अप्रैल और मई में देश को हिलाकर रख दिया है. जीडीपी पर महामारी की दूसरी लहर के असर पर कोटक ने कहा कि शुरुआती फीडबैक से सुझाव मिलता है कि इसने अर्थव्यवस्था और ग्रोथ को बुरी तरह प्रभावित किया है. वर्तमान वित्त वर्ष में 11 फीसदी की शुरुआती उम्मीदों के विपरीत, कोटक ने कहा कि यह कहना ठीक होगा कि यह 10 फीसदी से कम रहने की उम्मीद है. हमें स्थिति को देखना होगा.

इस पृष्ठभूमि के बीच उन्होंने कहा कि वह सरकार से मजबूती से सुझाव देंगे कि वह समाज के निचले तबके और छोटे और मध्य कारोबारों को समर्थन देने के लिए वित्तीय पैकेज पर विचार करे. यह सीधे ट्रांसफर के जरिए किया जा सकता है, जिसमें एक ओर खाने और दूसरे कदम हैं और दूसरा SMEs को ECLGS स्कीम के तहत अतिरिक्त पैकेज के तौर पर समर्थन दिया जा सकता है, जैसा पिछले साल किया गया था.

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साल 2020 में, केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आत्मनिर्भर पैकेज का एलान किया था और कुल प्रोत्साहन 27.1 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो देश की जीडीपी के 13 फीसदी से ज्यादा है. 

Uday Kotak