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Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद जगी है. (PTI)
Uttarakhand Tunnel Rescue Updates: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए क्षैतिज पाइप 42 मीटर तक डाला गया जिससे फंसे हुए 41 लोगों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद जगी है. सरकार ने एक बयान में कहा कि अब तक क्षैतिज ‘ड्रिल’ करके 42 मीटर तक या 67 प्रतिशत हिस्से तक पाइप डाला गया है. इसमें कहा गया है कि एक अन्य पाइप के जरिये रोटी, सब्जी, खिचड़ी, दलिया, संतरे और केले जैसे खाद्य पदार्थों की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है.
जरूरी सामानों की आपूर्ति
इसके अलावा दवाओं और टी-शर्ट, अंतर्वस्त्र तथा टूथपेस्ट, साबुन जैसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है. बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ)/ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा ‘वायर’ संपर्क के जरिये एक संशोधित संचार प्रणाली विकसित की गई.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Girish Singh Rawat, one of the members of the rescue operation team says, " Rescue operation is almost in the last stage, I hope the result will come in 1-2 hours...pipeline is being inserted to take out the workers...the steel… pic.twitter.com/Wp9EL5yZ5n
— ANI (@ANI) November 22, 2023
सिलक्यारा से क्षैतिज बोरिंग फिर से शुरू
सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि एनएचआईडीसीएल ने ऑगर बोरिंग मशीन का इस्तेमाल करके श्रमिकों को बचाने के लिए सिलक्यारा से क्षैतिज बोरिंग फिर से शुरू कर दी है. सिलक्यारा से ढहे हिस्से के मलबे के बीच बोरिंग के काम को शुक्रवार दोपहर को रोक दिया गया था, जब अमेरिकी निर्मित ऑगर मशीन को लगभग 22 मीटर के बाद बाधा का सामना करना पड़ा था.
क्षैतिज ‘ड्रिल’ करने का अभियान मंगलवार को फिर शुरू किया गया था. उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे मलबे के दूसरी ओर श्रमिक फंस गए थे, जिन्हें निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है.