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Vande Bharat Express: पहली देश में बनी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' की शुरूआत ने रेलवे सफर में एक क्रांति ला दी
Vande Bharat Express: भारत की पहली देश में बनी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' की शुरूआत ने रेलवे सफर में एक क्रांति ला दी है. सरकार भी इस स्वदेशी ट्रेन को खूब प्रमोट कर रही है. भारतीय रेलवे इस नए युग की ट्रेन का एक और एडिशन तैयार करने की कोशिश कर रही है. अब रेलवे जल्द मिडिल क्लास लोगों को सहूलियत प्रदान करने के लिए स्लीपर वंदे भारत लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है.
वंदे भारत स्लीपर वर्जन
राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने चालू वित्त वर्ष में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है. हालांकि इसके लॉन्च की तारीख और समय का खुलासा नहीं किया गया है. उम्मीद है कि अत्याधुनिक ट्रेन का नया वर्जन मार्च, 2024 तक रेलवे के मौजूदा बेड़े में शामिल हो जाएगा.
यहां हो रहा है प्रोडक्शन
फिलहाल इस नए वर्जन का प्रोडक्शन चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में किया जा रहा है. यह जानकारी आईसीएफ के महाप्रबंधक बीजी माल्या ने शुक्रवार को साझा की. माल्या ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ''इसमें एक टेस्टिंग शामिल है जिसमें समय लगता है. लेकिन ट्रेन मार्च तक लॉन्च के लिए तैयार हो जाएगी. जुलाई में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि "वंदे भारत स्लीपर वर्जन का प्रोडक्शन बहुत अच्छे चरण में चल रहा है."
वंदे भारत स्लीपर में क्या खास?
वंदे भारत स्लीपर संस्करण में 16 कोच होंगे जिनमें 11 एसी 3-टियर कोच, 4 एसी टू-टियर कोच और 1 फर्स्ट एसी शामिल हैं.
राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज़
यह उन यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो रात में लंबी दूरी की यात्रा करना चाहते हैं. ट्रेन तेजी से चलेगी और राजधानी एक्सप्रेस जैसी मौजूदा ट्रेनों की तुलना/में कम समय में दो शहरों (मूल और गंतव्य) के बीच की दूरी तय करेगी. फिलहाल, 50 वंदे भारत सर्विस में हैं. पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच हरी झंडी दिखाई थी. यह ट्रेन पीएम मोदी के 'मेक इन' का एक आदर्श उदाहरण है.