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Vande Bharat Express चलाने वाली पहली महिला रेल ड्राइवर बनी सुरेखा यादव, पहले भी इनके नाम है ये उपलब्धि

देश में तैयार की गई पहली सेमी हाई-स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन को सुरेखा यादव ने 13 मार्च 2023 को मुबंई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल रेलवे स्टेशन (CSMT) और सोलापुर स्टेशन के बीच चलाया.

देश में तैयार की गई पहली सेमी हाई-स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन को सुरेखा यादव ने 13 मार्च 2023 को मुबंई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल रेलवे स्टेशन (CSMT) और सोलापुर स्टेशन के बीच चलाया.

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FE Hindi Desk
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Loco Pilot Surekha Yadav

सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने बताया कि पायलट सुरेखा यादव अपनी तयशुदा ड्यूटी के दौरान अब नियमित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाएंगी.

Surekha Yadav Becomes First Woman to Operate Vande Bharat Express Train: भारत की सुरेखा यादव ने एक और उपलब्धि अपने नाम हासिल कर ली है. सुरेखा यादव ने भारत की पहली सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने वाली पहली पायलट बन गई हैं. सुरेखा इससे पहले एशिया की पहली लोको पायलट का तमगा भी अपने नाम कर चुकी हैं. देश में तैयार की गई पहली सेमी हाई-स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन को सुरेखा यादव ने 13 मार्च 2023 को मुबंई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल रेलवे स्टेशन (CSMT) और सोलापुर स्टेशन के बीच चलाया. सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने बताया कि पायलट सुरेखा यादव अपनी तयशुदा ड्यूटी के दौरान अब नियमित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाएंगी.

सुरेखा यादव को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर सम्मानित किया गया. नीले और सफेद रंग की देश में सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को ड्राइव करने का मौका देने के लिए पायलट सुरेखा यादव ने रेलवे के सीनियर ऑफिसर के प्रति आभार व्यक्त किया. सोमवार को ट्रेन सोलापुर से 06:05 बजे रवाना हुई और गंतव्य से 5 मिनट पहले यानी 12:30 बजे (CSMT पर आगमन का समय 12:35 बजे) पहुंच गई.

रेल मंत्री ने नारी शक्ति को सराहा

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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी रेल चलाने वाली देश की पहली पायलट सुरेखा यादव को बधाई दी और नारी शक्ति की सराहना की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए ट्वीट में कहा कि वंदे भारत – नारी शक्ति द्वारा संचालित यानी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अब महिला पायलट की अगुवाई में रेल की पटरियों पर दौड़ रही है. इसी ट्वीट ने रेल मंत्री ने आगे कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव द्वारा संचालित की गई.

कौन है लोको पायलट सुरेखा यादव

महाराष्ट्र में 2 सितंबर 1965 को जन्मी सुरेखा यादव की शुरूआती शिक्षा राज्य के सतारा जिले में स्थित सेंट पॉल कॉन्वेंट हाई स्कूल से हुई. यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद सुरेखा ने वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला लिया. आगे चलकर उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल की. सतारा की रहने वाली सुरेखा यादव साल 1988 में देश की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर यानी लोको पायलट बनीं. इस कामयाबी के लिए उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. सुरेखा के नाम एशिया की पहली महिला रेल ड्राइवर यानी महिला लोको पायलट होने की उपलब्धि है. अब वह देश की सबसे तेज रफ्तार दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की भी पहली महिला लोको पायलट बन गईं हैं.

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लोको पायलट सुरेखा यादव जिस ट्रेन को नियमित चलाएंगी वह देश की 9वीं वंदे भारत एक्सप्रेस है. देश में रेल की पटरियों पर तेज रफ्तार में दौड़ने वाली इस ट्रेन को प्रधानमंत्री मोदी ने 10 फरवरी, 2023 को हरी झंडी दिखाकर रवाना की थी. वंदे भारत ट्रेन मुंबई से सोलापुर के बीच सफर करने वाले रेल यात्रियों का ट्रैवल टाइम कम करने का काम किया है. सफर के दौरान महाराष्ट्र की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन सोलापुर में सिद्धेश्वर, अक्कलकोट, तुलजापुर, सोलापुर के पास पंढरपुर और पुणे के नजदीक आलंदी जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों से होकर गुजरती है. मुंबई से सोलापुर के बीच 400 किलोमीटर की दूरी वंदेभारत ट्रेन महज 06:30 घंटे में तय करती है. यात्रा के दौरान दोनों स्टेशनों के बीच वंदेभारत ट्रेन दादर, कल्याण, पुणे और कुर्दुवाड़ी में रुकती है. बता दें कि रेलवे ने महिला कर्मियों को सशक्त बनाने के लिए वुमेन क्रू द्वारा ट्रेन चलाए जाने, कुछ स्पेशल रेलवे स्टेशन के सभी कामकाज और मैनेजमेंट को संभालने की जिम्मेदारी महिला कर्मियों पर देने जैसे तमाम सराहनीय कदम उठाए हैं

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