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राष्ट्रपति चुनाव की तरह उपराष्ट्रपति चुनाव भी एकतरफा दिख रहा है.
Vice President Election 2022: देश के अगले उपराष्ट्रपति के लिए मतदान 6 अगस्त को होना है. केंद्र की एनडीए सरकार ने जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है और विपक्ष से मारग्रेट अल्वा मैदान में हैं. हालांकि राष्ट्रपति चुनाव की तरह उपराष्ट्रपति चुनाव भी एकतरफा दिख रहा है. बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने धनखड़ को समर्थन देने का ऐलान किया है. उनकी पार्टी बसपा के लोकसभा में 10 और राज्यसभा में एक सांसद हैं. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी टीएमसी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में पिछले महीने ही हिस्सा नहीं लेने का ऐलान कर दिया था. टीएमसी के लोकसभा में 38 और राज्यसभा में 13 सांसद हैं.
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समर्थन में कौन-कौन से दल?
एनडीए ने जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया है और उनकी उम्मीदवारी के समर्थन में जदयू, अपना दल (सोनेलाल), बीजेडी, एआईएडीएमके, वाईएसआर कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी, एनपीपी, एमएनएफ, एनडीपीपी और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) जैसे दलों का समर्थन हासिल है. वहीं 80 वर्षीय कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा की उम्मीदवारी का कांग्रेस, एनसीपी और वामपंथी दलों ने समर्थन किया है. शिवसेना का स्टैंड अभी तक सामने नहीं आया है लेकिन अल्वा के नामांकन में शिव सेना सांसद संजय राउत भी पहुंचे थे जिससे अल्वा को समर्थन की कुछ उम्मीद है. इसके अलावा डीएमके और राजद जैसे दलों का भी अल्वा को समर्थन मिल सकता है.
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दोनों उम्मीदवारों के बारे में डिटेल्स
71 वर्षीय धनखड़ राजस्थान के झुंझनू से हैं. वह जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे थे और इससे पहले वह विधायक, सांसद और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ अल्वा मंगलूरु की हैं. वे चार बार राज्यसभा की सांसद रह चुकी हैं और एक लोकसभा चुनाव भी जीत चुकी हैं. कांग्रेस नेता अल्वा ने केंद्रीय राज्य मंत्री और चार राज्यों-गोवा, गुजरात, राजस्थान और उत्तराखण्ड के राज्यपाल के तौर पर कार्य कर चुकी हैं.