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West Bengal Assembly Election 2021: देश के 5 राज्यों में हुए विधासभा चुनाव के शुरूआती रुझान अब आने लगे हैं. इनमें सबसे ज्यादा कांटे की टक्कर पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रही है.
West Bengal Assembly Election Result 2021 in Hindi: देश के 5 राज्यों में हुए विधासभा चुनाव के शुरूआती रुझान अब आने लगे हैं. इनमें सबसे ज्यादा कांटे की टक्कर पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रही है. यहां शुरुआत में टीएमसी और बीजेपी में कांटे की टक्कर देखने को मिली लेकिन कुछ समय बाद ही स्पष्ट हो गया कि बंगाल में फिर से टीएमसी की सरकार बनने वाली है. राज्य के कई वीआईपी इन नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. बंगाल में ही नंदीग्राम वो सीट है जो इस वक्त देश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट बनी हुई है. यहां से टीएमसी से खुद ममता बनर्जी और बीजेपी से शुभेंद्र अधिकारी ने दांव आजमाया. बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी के बीच कड़ी टक्कर रही और इसमें ममता बनर्जी की हार हुई इसके अलावा बाबुल सुप्रियो, लॉकेट चटर्जी और स्वपन दास गुप्ता जैसे वीआईपी चेहरों पर भी नजर है.
ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए यह चुनाव साख का सवाल जैसा था. बंगाल में ममता बनर्जी और बीजेपी की सीधी चुनावी जंग थी. ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ा और उनके खिलाफ बीजेपी की ओर से शुभेंदु अधिकारी थे. शुभेंदु अधिकारी पहले टीएमसी में ही थे और ममता बनर्जी के काफी करीबी थे. कांटे की टक्कर में अंतिम राउंड की समाप्ति पर ममता बनर्जी हार गईं.
शुभेंदु अधिकारी
नंदीग्राम सीट से बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी को टक्कर दिया. शुभेंदु अधिकारी कभी ममता बनर्जी के सबसे करीबियों में थे, लेकिन इस चुनाव में वह बीजेपी के साथ आ गए. उन्होंने चुनाव जीतने का दावा किया था और कहा था कि वो ममता को 50 हजार वोटों से हराएंगे. नंदीग्राम से उन्होंने ममता बनर्जी को कांटे की टक्कर दी और ममता बनर्जी को मात दी.
लॉकेट चटर्जी
बंगाल विधान सभा चुनाव में लॉकेट चटर्जी बड़ा नाम रहीं. उनकी अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता सांसद रहने के बावजूद बीजेपी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए उतारा. लॉकेट चटर्जी हुगली लोकसभा सीट से सांसद हैं, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की रत्ना डे (नाग) को 73,362 वोटों से हराया था. इस बार जब बीजेपी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर रही थी तो पार्टी ने लॉकेट चटर्जी को हुगली जिले के चुंचुरा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा. इस सीट से टीएमसी के असित मजूमदार ने उन्हें मात दी. वाम मोर्चे की ओर से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के डॉ प्रणब घोष कैंडिडेट थे.
बाबुल सुप्रियो
पश्चिम बंगाल की टॉलीगंज सीट पर भी सबकी नजर थी जहां से बीजेपी ने अपने चर्चित चेहरे बाबुल सुप्रियों को उम्मीदवार बनाया था. बाबुल सुप्रियो आसनसोल सीट से बीजेपी के सांसद हैं. सांसद रहने के बाद भी पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा है. बाबुल सुप्रियो को यहां से ममता सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे अरूप विश्वास ने उन्हें 50 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया. यहां से सीपीएम के देबदूत घोष मैदान में थे. टॉलीगंज को बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री का केंद्र कहा जाता है.
स्वपन दास गुप्ता
स्वपन दास गुप्ता को बीजेपी ने हुगली जिले के तारकेश्वर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले वह राज्यसभा सदस्य थे लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा. तारकेश्वर सीट से टीएमसी के रामेन्दु सिंह रॉय चुनाव आगे चल रहे.