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प्रधानमंत्री-कुसुम: सावधान! मोदी सरकार की इस योजना को लेकर धोखाधड़ी, कहीं आप न हो जाएं शिकार

PM Kusum Yojana: प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना के नाम पर धोखाधड़ी की खबरें आई हैं.

PM Kusum Yojana: प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना के नाम पर धोखाधड़ी की खबरें आई हैं.

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FE Online
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The use of novel financing measures along with greater participation from lenders and international RE players would play a pivotal role in attaining the green energy target.

PM Kusum Yojana: केंद्र सरकार की प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना के नाम पर धोखाधड़ी की खबरें आई हैं. इस योजना को लेकर कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे हैं और जरूरतमंदों से गलत तरीके से पैसे जुटा रहे हैं. असल में कुछ जालसाजों ने योजना के नाम पर फर्जी वेबसाइट बना ली है और पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है. ऐसी वेबसाइट सामने आने के बाद नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) ने आम लोगों को सावधान किया है.

क्या है प्रधानमंत्री कुसुम योजना

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना को 2020 में ही शुरू किया गया है. केंद्र सरकार की इस योजना के जरिए किसान अपनी जमीन पर सोलर पंप और पंप लगाकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं. केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के तहत देशभर में सभी बिजली व डीजल से चलाए जाने वाले पंप को सोलर उर्जा से चलाया जा सके.

सरकार देती है 60 फीसदी तक अनुदान

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इसके तहत कृषि पंपों के सौरीकरण के लिए सरकार की ओर से 60 फीसदी तक अनुदान दिया जाता है. इस योजना को राज्य सरकार के विभागों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है जिसमें किसानों को केवल बाकी का 40 फीसदी ही विभाग को जमा करवाना होता है. इन विभागों का विवरण MNRE की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है.

फर्जी वेबसाइट

योजना के शुभारंभ के बाद, यह देखा गया कि कुछ वेबसाइटों ने पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है. ऐसी वेबसाइट आम जनता को धोखा दे रही हैं और फर्जी पंजीकरण पोर्टल के माध्यम से उनसे रुपये तथा जानकारी जुटा रही हैं. आम जनता को किसी भी नुकसान से बचने के लिए, MNRE ने पहले 18.03.2019 को, उसके बाद 03.06.2020 को और पुनः 10.07.2020 को लाभार्थियों और आम जनता को ऐसी किसी भी वेबसाइटों पर रजिस्ट्रेशन फी नहीं जमा करने और अपनी जानकारी साझा करने से सतर्क रहने की सलाह दी थी.

क्या करें जरूरतमंद, क्या नहीं

MNRE का कहना है कि अपनी किसी भी वेबसाइट के माध्यम से योजना के तहत लाभार्थियों को रजिस्टर्ड नहीं करता है और इसलिए योजना के लिए MNRE की पंजीकरण वेबसाइट होने का दावा करने वाली कोई भी वेबसाइट भ्रामक और धोखाधड़ी है. किसी भी संदिग्ध धोखाधड़ी वाली वेबसाइट, अगर किसी के द्वारा देखी गई हो, तो उसे MNRE को तुरंत सूचित करें.

योजना में भागीदारी के लिए पात्रता और अन्य जानकारी MNRE की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है. जरूरत है तो MNRE की वेबसाइट पर जा सकते हैं या टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-180-3333 पर कॉल कर सकते हैं.

ये हैं ऐसी वेबसाइट

MNRE का कहना है कि ऐसी वेबसाइट की जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाती है. हाल ही में देखा गया है कि कुछ नई वेबसाइटों (www.pmkusumyojana.co.in and www.punjabsolarpumps.com) ने अवैध रूप से पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल का दावा किया है. इसलिए सभी संभावित लाभार्थियों और आम जनता को सलाह दी जाती है कि इन वेबसाइटों पर रुपया या जानकारी जमा करने से बचें. इसके अलावा समाचार पत्रों को भी डिजिटल या प्रिंट प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित करने से पहले सरकारी योजनाओं के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा करने वाली वेबसाइटों की प्रामाणिकता की जांच करने की सलाह दी गई है.

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