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Forbes: कौन हैं राजीव जैन, फोर्ब्‍स रिच लिस्‍ट में पहली बार हुए शामिल, अडानी के शेयरों में 15446 करोड़ किया था निवेश

Rajiv Jain in Forbes List: फोर्ब्‍स के अनुसार राजीव जैन की मौजूदा संपत्ति 200 करोड़ डॉलर है. राजीव जैन वही शख्‍स हैं, जिन्‍होंने पिछले महीने अडानी ग्रुप कंपनियों में 15446 करोड़ रुपये निवेश कर चौंका दिया है.

Rajiv Jain in Forbes List: फोर्ब्‍स के अनुसार राजीव जैन की मौजूदा संपत्ति 200 करोड़ डॉलर है. राजीव जैन वही शख्‍स हैं, जिन्‍होंने पिछले महीने अडानी ग्रुप कंपनियों में 15446 करोड़ रुपये निवेश कर चौंका दिया है.

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Sushil Tripathi
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Forbes Rich List: फोर्ब्‍स की बिलेनियर लिस्‍ट में कई ऐसे नाम हैं, जो पहली बार अरबपति बने हैं.

Who is Rajiv Jain: फोर्ब्‍स की बिलेनियर लिस्‍ट में कई ऐसे नाम हैं, जो पहली बार अरबपति बने हैं. यानी उनकी दौलत 100 करोड़ डॉलर या इससे ज्‍यादा हो गई है. इसी में एक नाम जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के को-फाउंडर और चैयरमैन राजीव जैन (Rajiv Jain) का है. फोर्ब्‍स के अनुसार राजीव जैन की मौजूदा संपत्ति 200 करोड़ डॉलर है. बता दें कि राजीव जैन वही शख्‍स हैं, जिन्‍होंने पिछले महीने यानी मार्च 2023 में डूब रहे अडानी ग्रुप कंपनियों में 15446 करोड़ रुपये निवेश कर बाजार के जानकारों को चौंका दिया है.

अडानी ग्रुप के शेयर हो सकते हैं मल्‍टीबैगर्स, GQG पार्टनर्स के राजीव जैन को भरोसा, 5 साल में 100% बढ़ेगी दौलत

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राजीव जैन ने अडानी ग्रुप के जिन शेयरों में पैसा लगायसा है, उनमें Adani Ports and Special Economic Zone, Adani Green Energy, Adani Transmission और Adani Enterprises हैं. इनमें उन्‍होंने ब्‍लॉक डील के जरिए करीब 200 करोड़ डॉलर यानी 15446 करोड़ रुपये लगाए थे. यही नहीं उन्‍होंने एक बार फिरा अडानी ग्रुप कंपनियों पर भरोसा जताया है. उनका कहना है कि अडानी ग्रुप की जिन कंपनियों में उन्‍होंने पैसा लगाया है, उनके शेयर मल्‍टीबैगर साबित होंगे. ब्‍लूमबर्ग को एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा कि उनका जो पैसा अडानी ग्रुप स्‍टॉक्‍स में लगा है, उससे उनको 5 साल में 100 फीसदी रिटर्न मिलने का भरोसा है.

कौन हैं GQG पार्टनर्स के राजीव जैन

राजीव जैन भारतीय मूल के हैं. अभी वे फोर्ट लॉडरडेल से काम करते हैं. 1990 में वह फाइनेंस एंड इंटरनेशनल बिजनस में एमबीए करने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी चले गए. राजीव जैन ने साल 2016 में जीक्यूजी पार्टनर्स की शुरुआत की थी. इससे पहले वह स्विस कंपनी वोंटोबेल एसेट मैनेजमेंट में को-चीफ एग्‍जीक्‍यूटिव ऑफिसर, चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर और हेड ऑफ इक्विटीज़ के तौर पर भी काम किया है. उन्‍होंने करीब 23 साल तक निवेश का अनुभव लेने के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स की शुरुआत की थी. जीक्यूजी पार्टनर्स दुनिया की प्रमुख ग्लोबल एंड एमर्जिंग मार्केट्स इनवेस्टर्स फर्म है और राजीव जैन इस कंपनी के चेयरमैन हैं. राजीव जैन की ये कंपनी अब तक करीब 92 अरब डॉलर की वैल्यू से भी ज्यादा के क्लाइंट असेट्स मैनेज कर चुकी है.

कहां कहां है कंपनी की पहुंच

उनकी कंपनी GQG पार्टनर्स ऑस्‍ट्रेलिया में लिस्‍ट हुई थी. कंपनी ऑस्ट्रेलिया के सिक्योरिटीज एक्सचेंज पर लिस्टेड है. इसका हेडक्वार्टर अमेरिका के फ्लोरिडा में है. वहीं कंपनी के दफ्तर न्यूयॉर्क, लंदन, सिएटल और सिडनी में स्थित हैं. यह एक असेट मैनेजमेंट फर्म है, जो उभरते बाजारों में निवेश करती है.

गौतम अडानी पर क्‍यों है भरोसा

राजीव जैन का कहना है कि अडानी ग्रुप की वैल्‍यू उसकी एसेट्स में दिखती है. भारत सरकार भी देश के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में सुधार करने और चीन जैसे देशों से मैन्‍युफैक्‍चरिंग को आकर्षित करने के लिए अडानी जैसे टाइकून की ओर देख रही है. अडानी ग्रुप की कई परियोजनाएं भारत के विकास के लक्ष्यों और अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों से जुड़ी हैं. विशेष रूप से, जैन ने अडानी की कोल माइनिंग एसेट्स, उनके डाटा सेंटर्स और मुंबई के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे में उनकी अधिकांश हिस्सेदारी को एक हेल्‍दी बिजनेस बताया है.

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