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देश में थोक महंगाई की दर (Wholesale Price Index - WPI) जुलाई के महीने में 11.6 फीसदी रही है.
देश में थोक महंगाई की दर (Wholesale Price Index - WPI) जुलाई के महीने में 11.6 फीसदी रही है. यह बात आज वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में बताई गई है. इसके मुकाबले जून के महीने में थोक महंगाई दर 12.07 फीसदी बढ़ी थी. इस लिहाज से देखें तो जुलाई में थोक महंगाई दर जून के मुकाबले कुछ घटी जरूर है, लेकिन यह अब भी काफी अधिक है. खुदरा महंगाई दर के मुकाबले अब भी यह करीब दोगुनी है.
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि जुलाई 2021 में महंगाई की दर के पीछे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स जैसे बेसिक मेटल, खाद्य उत्पाद, कपड़े, कैमिकल और कैमिकल प्रोडक्ट्स आदि की कीमतों में बढ़ोतरी है. डेटा के मुताबिक, खाने की चीजों में जुलाई महीने में शून्य फीसदी बदलाव आया है. इससे पहले महीने में बदलाव 3.09 फीसदी का था.
सब्जियों की कीमतों में जुलाई में (-) 8.73 फीसदी की गिरावट आई. यह जून में (-) 0.78 फीसदी की थी. दाल की कीमतों में पिछले महीने 8.34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. जबकि फलों की महंगाई दर में (-)3.52 फीसदी की गिरावट हुई. अंडे, मांस और मछली की कीमतों में जुलाई में 7.97 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
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तेल और ऊर्जा श्रेणी में जुलाई में गिरावट के साथ दर 26.02 फीसदी पर पहुंच गई, जो एक महीने पहले 32.83 फीसदी थी. पेट्रोल की कीमतों में 56.58 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. HSD (हाई स्पीड डीजल) में 52.02 फीसदी का इजाफा हुआ और LPG की कीमतों में 36.25 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स का सेगमेंट पिछले महीने 11.20 फीसदी बढ़ा. सब्जी के तेल में 42.89 फीसदी का उछाल देखा गया. सरकार द्वारा पिछले हफ्ते जारी डेटा के मुताबिक, खुदरा महंगाई (CPI) गिरावट के साथ 5.59 फीसदी पर पहुंच गई, जो तीन महीने में सबसे कम है.