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WPI: महंगाई 19 महीने में सबसे कम, अक्टूबर में होलसेल इनफ्लेशन घटकर 8.39% पर , खाने-पीने की चीजें हुईं सस्ती

होलसेल प्राइस-बेस्ड इन्फ्लेशन (WPI) घटकर सिंगल डिजिट में 8.39 फीसदी पर आ गई है. यह बीते 19 महीने का सबसे निचला स्‍तर है.

होलसेल प्राइस-बेस्ड इन्फ्लेशन (WPI) घटकर सिंगल डिजिट में 8.39 फीसदी पर आ गई है. यह बीते 19 महीने का सबसे निचला स्‍तर है.

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FE Hindi Desk
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WPI: महंगाई 19 महीने में सबसे कम, अक्टूबर में होलसेल इनफ्लेशन घटकर 8.39% पर , खाने-पीने की चीजें हुईं सस्ती

WPI Inflation: अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली.

Wholesale Price Based Inflation: महंगाई के मोर्चे पर कुछ राहत वाली खबर है. अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली. सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, होलसेल प्राइस-बेस्ड इन्फ्लेशन (WPI) घटकर सिंगल डिजिट में 8.39 फीसदी पर आ गई है. यह बीते 19 महीने का सबसे निचला स्‍तर है. ईंधन और मैन्‍युफैक्‍चर्ड गुड्स के दाम घटने से होलसेल महंगाई नीचे आई है. खाने पीने की चीजें भी सस्‍ती हुई हैं.

लंबे समय बाद WPI सिंगल डिजिट में

बता दें कि 19 महीने में यह पहली बार हुआ कि होलसेल इनफ्लेशन दर सिंगल डिजिट में आई है. इससे पहले सितंबर में यह 10.70 फीसदी पर थी. अगस्त में 12.41 फीसदी और जुलाई में 13.93 फीसदी पर थी. पिछले साल अक्टूबर 2021 में WPI 13.83 फीसदी रही थी.

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वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि खनिज तेल, बेस मेटल, फ्रैबिकेटेड मेटल प्रोडक्‍ट, अन्य नॉन-मेटल मिनरल प्रोडक्‍ट और मिनरल के दाम घटने से अक्टूबर, 2022 में थोक मुद्रास्फीति घटी है. अक्टूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई 8.33 फीसदी रही, जो सितंबर, 2022 में 11.03 फीसदी थी.

अक्‍टूबर में सब्जियों की महंगाई 17.61 फीसदी रही. पिछले महीने यह 39.66 फीसदी पर थी. ईंधन और बिजली सेग्‍मेंट की महंगाई 23.17 फीसदी और मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्रोडक्‍ट्स की 4.42 फीसदी पर रही.

फ्यूल और पावर इंडेक्स, जिसमें LPG, पेट्रोलियम और डीजल जैसे आइटम शामिल हैं, इनकी महंगाई 32.61% से घटकर 23.17% हो गई है.

रिटेल इनफ्लेशन भी घट सकता है

भारतीय रिजर्व बैंक मॉनेटरी पॉलिसी समीक्षा में रिटेल इनफ्लेशन के आंकड़ों पर गौर करता है. अक्‍टूबर की रिटेल इनफ्लेशन के आंकड़े भी आज आएंगे. माना जा रहा है रिटेल इनफ्लेशन 7 फीसदी से नीचे रहेगी. रिजर्व बैंक महंगाई पर अंकुश के लिए मई से सितंबर के बीच प्रमुख नीतिगत दरों में 1.9 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है. अब रेपो दर 5.90 फीसदी पर है.

कोर महंगाई दर में गिरावट

कोर महंगाई दर में भी कमी देखी गई है और ये महीने-दर महीने आधार पर घटी है. कोर महंगाई दर अक्टूबर में 4.6 फीसदी पर आई है जो कि सितंबर में 7.0 फीसदी पर रही थी.

प्राइमरी आर्टिकल्स वस्तुओं की महंगाई दर

प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर में भी गिरावट देखी गई है और ये अक्टूबर के महीने में 11.04 फीसदी पर आई है. इससे पिछले महीने यानी सितंबर में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 11.73 फीसदी रही थी.