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Wrestler Protest: दिल्ली में एंट्री बैन पर किसान नेताओं ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि महिला पहलवानों को न्याय दिलाने तक वे धरना प्रदर्शन करेंगे. (IE Photo)
महिला पहलवानों को हिरासत में लिए जाने और उनके साथ कथित तौर पर हाथापाई होने के बाद कांग्रेस, आप समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर कांग्रेस ने रविवार को कहा कि ‘अहंकारी राजा’ जनता की आवाज को कुचल रहा है. वहीं आम आदमी पार्टी ने पहलवानों के साथ किए गए दिल्ली पुलिस के बर्ताव को निहायत गलत बताया है. इसके अलावा किसान नेताओं ने भी भारी गुस्सा है.
जनता की आवाज को कुचल रहा 'अहंकारी राजा': राहुल गांधी
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन किए जाने का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए ट्वीट के जरिए कहा कि राज्याभिषेक पूरा हुआ. ‘अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!’’
राज्याभिषेक पूरा हुआ - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़! pic.twitter.com/9hbEoKZeZs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2023
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सरकार महिला खिलाड़ियों की आवाज को निर्ममता से बूटों तले रौंद रही है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि ‘खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं. उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है. भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है. उन्होंने पहलवानों के साथ किए गए बर्ताव को एकदम गलत बताया. पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है.
लोकतंत्र पर प्रवचन के दौरान पहलवानों को हिरासत में लिया गया: जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में कहा है कि‘आज जब प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे और लोकतंत्र को लेकर प्रवचन दे रहे थे, तब संसद से कुछ ही दूरी पर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली बेटियों को इस तरह हिरासत में लिया जा रहा था. यह शर्मनाक है और मोदी सरकार के असली चेहरे को दिखाता है.
आज जब प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे और लोकतंत्र को लेकर प्रवचन दे रहे थे, तब संसद से कुछ ही दूरी पर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली बेटियों को इस तरह हिरासत में लिया जा रहा था।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 28, 2023
यह शर्मनाक है और मोदी सरकार के असली चेहरे को दिखाता है। https://t.co/86Y6FdWWgs
केजरीवाल ने कहा- पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस का बर्ताव निहायत गलत
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद ग़लत और निंदनीय’’.
देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद ग़लत एवं निंदनीय। https://t.co/hoKX2ewlli
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 28, 2023
एनसीपी और शिवसेना उद्धव गुट के नेता ने भी बताया शर्मनाक
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले ने सवाल किया कि क्या महिला खिलाड़ियों के साथ हाथापाई करने के लिए गृह मंत्रालय से अनुमति मिली थी? उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश को सम्मान दिलाने वाली खिलाड़ियों को न्याय के लिए इस तरह संघर्ष करने को मजबूर होना पड़ रहा है. जो कभी विजेता थीं और जिनका सब सम्मान किया करते थे, क्या अब वो इसलिए खलनायक हो गई क्योंकि वे न्याय मांग रही हैं?’’ शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि महिला पहलवानों के साथ हुए इस व्यवहार के लिए सरकार को शर्म करनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि ‘विश्व चैम्पियन, भारत की बेटियां अपने सम्मान के लिए लड़ रही है. सांसद को बचाया जा रहा है. भारत सरकार को शर्म करनी चाहिए.
दिल्ली में आज एक तरफ पीएम मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे वहीं कुछ ही दूरी पर देश के ओलंपिक मेडल विजेता समेत कई पहलवानों को पुलिस हिरासत में ले रही थी. बीते दिन पहलवानों ने नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन इस नई इमारत के नजदीक 'महा पंचायत' के लिए आह्वान किया था. इस दौरान मार्च निकालने की भी योजना थी. विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया समेत पहलवानों द्वारा रविवार को मार्च निकालने की कोशिश के दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पहलवानों के आह्वान पर दिल्ली की ओर रूख कर रहे किसान नेताओं को बार्डर पर रोक दिया गया. इस पर राकेश टिकैत ने ट्वीट के जरिए कहा कि पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी.
पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी। हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे। @ANI@PTI_Newspic.twitter.com/FMe1WZJp5B
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) May 28, 2023
हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे.