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कोरोना के इंडियन वैरिएंट B1617 के खिलाफ असरदार है फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन: रिपोर्ट

Covid-19 Indian Variant: अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भारत में मौजूद कोरोना वायरस के B1617 स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं.

Covid-19 Indian Variant: अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भारत में मौजूद कोरोना वायरस के B1617 स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं.

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FE Online
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The National Expert Group on Vaccine Administration for COVID-19 (NEGVAC) has recommended the COVID-19 vaccination for all lactating women, terming it as safe with no need to stop or pause breastfeeding before or after the vaccination.

The National Expert Group on Vaccine Administration for COVID-19 (NEGVAC) has recommended the COVID-19 vaccination for all lactating women, terming it as safe with no need to stop or pause breastfeeding before or after the vaccination.

Covid-19 Indian Variant: कोरोना वायरस के इंडियन वैरिएंट B1617 को बेहद खतरनाक बताया जा रहा है. ऐसी कुुछ रिपोर्ट आई हैं कि जहां यह पहले की तुलना में आसानी से फैलता है, वहीं कुछ मामलों में वैक्सीन की सुरक्षा से भी बच निकलने में यह कामयाब रहा है. ऐसे में भारतीय वैरिएंट पर कोरोना वैक्सीन के असर को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इस बीच अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका ने फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन जैसे जिन कोविड-19 रोधी टीकों को मंजूरी दी है, वे भारत में मौजूद कोरोना वायरस के B1617 स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं.

बता दें कि भारत कोविड-19 के इस स्वरूप के कारण महामारी के सबसे बुरे दौर का सामना कर रहा है. वहीं WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार अब कोविड-19 का इंडियन वैरिएंट B.1.617 की पहुंच 44 देशों में हो गई है. यह वैरिएंट डब्ल्युएचओ के सभी 6 क्षेत्रों में 44 देशों से एक ओपन एक्सेस डेटाबेस में अपलोड हुए 4500 से ज्यादा सैंपल्स में पाया गया है. यह पहली बार अक्टूबर 2020 में भारत में पाया गया था.

वैरिएंट ऑफ कंसर्न

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अमेरिका में राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. फ्रांसिस कोलिन्स ने कहा कि यह विश्लेषण कोविड-19 के स्वरूप और अमेरिका द्वारा स्वीकृत तीन प्रमुख टीकों के बारे में ताजा आंकड़ों पर आधारित है. कोलिन्स ने मीडिया से कहा कि आंकड़ें आ रहे हैं और यह उत्साहजनक बात है कि अमेरिका द्वारा स्वीकृत टीके फाइजर, मॉडर्ना, जेएंडजे बी1617 नाम के इस स्वरूप के खिलाफ भी प्रभावी हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बी1617 में संक्रमण फैलाने की दर अधिक है. इस हफ्ते की शुरुआत में संस्था ने इस वैरिएंट को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' बताया था.

क्या पूरी दुनिया के लिए खतरा

भारत में कोरोना वायरस के ट्रिपल म्यूटेंट B.1.617 की पहचान हो चुकी है. ट्रिपल म्यूटेशन का मतलब है कि कोरोना वायरस के तीन अलग-अलग स्ट्रेन यानी स्वरूप मिलकर एक नए वैरिएंट में बदल गए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि भारत में कोरोना वायरस का ट्रिपल म्यूटेंट सिर्फ यहीं के लिए नहीं बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है. कोविड-19 के लिए WHO की तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कहा कि भारत में कोरोना का नया वैरिएंट B.1.617 पहले से ज्यादा खतरनाक है.

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