/financial-express-hindi/media/post_banners/SVStLKJONcib3Tw28v2r.jpg)
सोमवार को काबुल में गलियां लगभग सूनी दिख रही हैं लेकिन एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं. (Image- Reuters)
अफगानिस्तान में स्थिति तेजी से बिगड़ रही है. तालिबान ने कई प्रमुख शहरों पर कब्जे के बाद राजधानी काबुल में राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा हो चुका है. इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उपराष्ट्रपति अमरूल्लाह सलेह देश छोड़कर जा चुके हैं. खबरों के मुताबिक गनी ओमान में हैं. अफगान नेशनल रिकांसिलिएशन काउंसिल के प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने गनी को पूर्व राष्ट्रपति कहते हुए तालिबान से बाचतीत के लिए समय मांगा है. सोमवार को काबुल में गलियां लगभग सूनी दिख रही हैं लेकिन एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं.
वहीं दूसरी तरफ काबुल एयरपोर्ट पर पांच लोगों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं. तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा जमाए जाने के बाद आज सोमवार को काबुल की गलियां सूनी हो गई हैं लेकिन एयरपोर्ट पर हजारों की भीड़ है. इस भीड़ को नियंत्रित करने एयरपोर्ट पर तैनात अमेरिकी जवानों ने फायरिंग की थी. Reuters के मुताबिक एयरपोर्ट पर पांच लोगों की मौत हुई है लेकिन यह तय नहीं हो सका है कि फायरिंग के चलते इनकी जान गई है या अन्य किसी कारण से.
दूतावास से उतरा अमेरिकी झंडा
इन परिस्थितियों में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक अफगानिस्तान से सभी अमेरिकियों को निकालने के बाद काबुल में अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी झंडा उतार लिया गया है. दूतावास के सभी अधिकारियों को शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचा दिया गया, जहां हजारों अमेरिकी व अन्य लोग विमानों का इंतजार कर रहे हैं. अपने नागरिकों, मित्रों व सहयोगियों को अफगानिस्तान से सुरक्षित वापसी के लिए अमेरिका काबुल हवाई अड्डे पर करीब 6 हजार सैनिकों की तैनाती करेगा.
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान का एयरस्पेस हुआ बंद, Air India ने फ्लाइट ऑपरेशन में जताई असमर्थता
ट्रंप ने बताया अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि तालिबान का विरोध किए बिना काबुल का पतन होना अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार है. ट्रंप ने कहा कि वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान में जो किया, वह अभूतपूर्व है और इसे अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ी हार के रूप में याद रखा जाएगा.
काबुल से दिल्ली पहुंची व्यक्त किया अपना दर्द
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से दिल्ली पहुंची एक महिला ने अपना दर्द व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि दुनिया ने अफगानिस्तान को छोड़ दिया है, हमारे दोस्त मारे जा रहे हैं. वे हमें मारने आ रहे हैं. हमारी महिलाओं को अब कोई अधिकार नहीं मिलेंगे"
#WATCH | "I can't believe the world abandoned #Afghanistan. Our friends are going to get killed. They (Taliban) are going to kill us. Our women are not going to have any more rights," says a woman who arrived in Delhi from Kabul pic.twitter.com/4mLiKFHApG
— ANI (@ANI) August 15, 2021
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने की अपील
तालिबान के बढ़ते प्रभाव और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर जाने के बीच पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने बच्चों के साथ तस्वीर पोस्ट कर तालिबान व अफगान सेना से लोगों की सुरक्षा करने की अपील की है. पूर्व राष्ट्रपति ने सभी लोगों से अपने घरों में रहने और शांति रहने की अपील की है. करजई ने कहा है कि वह अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ इस मुद्दे को शांतिपूर्व हल करने की कोशिश करेंगे. अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरूल्लाह सलेह ने देश छोड़ने से पहले भावुक ट्वीट किया कि वे किसी भी परिस्थिति में कभी भी तालिबानी आंतकियों के सामने नहीं झुकेंगे और वे अपने कमांडर, लीजेंड व गाइड अहमद शाह मसूद की आत्मा व विरासत के साथ कभी विश्वासघात नहीं करेंगे.