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टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज Apple को अप्रैल से जून के दौरान 8300 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल हुआ. (reuters)
Apple India Revenue Doubles: टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी Apple को अप्रैल से जून के दौरान 8300 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल हुआ है. यह सालाना आधार पर 2 फीसदी ज्यादा है. यह किसी तिमाही में हासिल होने वाला रिकॉर्ड रेवेन्यू है. वहीं Apple का जून तिमाही में भारत में रेवेन्यू लगभग दोगुना हो गया है. कंपनी ने इस बात की जानकारी दी है. कंपनी ने गुरूवार को तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा की थी.
भारत में रेवेन्यू लगभग दोगुना
कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर (CEO) टिम कुक ने कहा कि यह रेवेन्यू उनकी उम्मीदों से अधिक है क्योंकि सप्लाई चेन में अवरोध और रूस में कारोबार पर प्रभाव जैसी कई चुनौतियां कंपनी के सामने थीं. कुक ने कहा कि अमेरिका, यूरोप और बाकी के एशिया प्रशांत क्षेत्र में जून तिमाही के शानदार नतीजे आए हैं. विकसित और उभरते बाजारों में जून तिमाही के अच्छे नतीजे रहे हैं. जिनमें ब्राजील, इंडोनेशिया और वियतनाम में दहाई अंकों की मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की. वहीं भारत में रेवेन्यू लगभग दोगुना हो गया है.
प्रोडक्ट्स में लगातार निवेश बढ़ा
एप्पल के चीफ फाइनेंशियल आफिसर और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट लुका माइस्ट्री ने कहा कि उद्यम बाजार में एप्पल के उपभोक्ता कंपनी के प्रोडक्ट में लगातार निवेश बढ़ा रहे हैं. यह प्रतिभाओं को आकर्षित करने और अपने साथ बनाए रखने की उनकी रणनीति है. उन्होंने भारत की बहुराष्ट्रीय कंपनी विप्रो का उदाहरण दिया और उसे एक और बड़ा वैश्विक उद्यम उपभोक्ता बताया. उन्होंने कहा कि विप्रो ‘‘एम1 के साथ मैकबुक एयर’’ में निवेश कर रही है.
महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्रों में काम
कुक ने कहा कि Apple ने कुछ महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्रों में काम करना जारी रखा है, जहां आईफोन की पहुंच बहुत कम है. इंडोनेशिया, वियतनाम और भारत में हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. आईफोन इन बाजारों के लिए इंजन बन गया है. वहीं लुका मेस्त्री ने कहा कि कंपनी के लिए जून तिमाही में सेवाओं का रेवेन्यू रिकॉर्ड 1960 करोड़ डॉलर था, जो रूस में इसके कारोबार और व्यापक आर्थिक वातावरण के प्रभावों के बावजूद 12 फीसदी अधिक था.